बाबा थारी चौखट पर सारी दुनियां
बाबा थारी चौखट पर,
सारी दुनियां ने आणो है,
कलयुग में प्राणी को,
बस यो ही ठिकानों है,
बाबा थारी चौखट पर,
सारी दुनियां ने आणो है,
बाबा थारी चौख़ट पर........।
आज नहीं आया जो,
वा ने काल पड़ेगो आणों,
जितनी भी देर कर सी,
वा ने पड़सी हाँ पछताणों,
लख दातारी के,
आगे मस्तक झुकाणों है,
बाबा थारी चौखट पर,
सारी दुनियां ने आणो है,
बाबा थारी चौख़ट पर........।
जो भी एक बार आयो,
वो तो आ को ही हो बैठ्यो,
बण के दीवानो वो,
सारी दुनिया ने भूल बैठ्यो,
साँच ले तो आंच नहीं,
यो परखसी जमानो है,
बाबा थारी चौखट पर,
सारी दुनियां ने आणो है,
बाबा थारी चौख़ट पर........।
श्याम का भगत देखो,
कैसी मस्ती में झूम रह्या,
रवि कवे छोड़ के फिकर,
परवाना सा घूम रह्या,
थारी ही तो माया है,
इब थाने के बतानो है,
बाबा थारी चौखट पर,
सारी दुनियां ने आणो है,
बाबा थारी चौख़ट पर........।
बाबा थारी चौखट पर,
सारी दुनियां ने आणो है,
कलयुग में प्राणी को,
बस यो ही ठिकानों है,
बाबा थारी चौखट पर,
सारी दुनियां ने आणो है,
बाबा थारी चौख़ट पर........।
श्रेणी : खाटु श्याम भजन