खाटू में जिसका आना जाना हो गया
खाटू में जिसका आना जाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया,
सच्चे दरबार में जो मन से आ गया,
सांवरिया का भक्त वो निराला हो गया,
खाटू में जिसका आना जाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया।
जा के दरबार में जो शीश झुकाते हैं,
सांवरिया दयालू उन्हें गले से लगाते हैं,
जिसका मेरे बाबा से याराना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया,
खाटू में जिसका आना जाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया।
प्यार का ख़जाना श्याम का भरपूर है,
प्रेम को लुटाने में ये बड़े मशहूर हैं,
जो भी इनसे जाना पहचाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया,
खाटू में जिसका आना जाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया।
बाबा के दीवानो की तो बात निराली है,
बाबा की कृपा खुशी की रोज दिवाली है,
जिनका उनके चरणों में ठिकाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया,
खाटू में जिसका आना जाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया।
खाटू में जिसका आना जाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया,
सच्चे दरबार में जो मन से आ गया,
सांवरिया का भक्त वो निराला हो गया,
खाटू में जिसका आना जाना हो गया,
वो ही मेरे श्याम का दीवाना हो गया।
श्रेणी : खाटु श्याम भजन