रंगीला फागुन आयो, रंगीला फागुन आयो
रंगीला फागुन आयो सा, सुरंगों रंगीला फागुन आयो,
मिल बीत गया जुदाई का मौसम आयो,
मैं तो हो गया थारे, मंदिर येने द्वार मिलले सांवरिया,
म्हारो कब से करा हा इंतजार मिलले सांवरिया।।
कई दीना से आश लगाया,
श्याम मिलण ने सेवक आया।।
ये तो लाया, लाया,
सारो परिवार मिलले सांवरिया।।
मैं तो हो गया थारे,
मंदिर येने द्वार मिलले सांवरिया।।
रूतिया बसंती फ़ाग की आई,
सीड़ी सीड़ी चाले पुरवाई,
देखो बाघा में छाई है बहार मिलले सांवरिया।।
मैं तो हो गया थारे, मंदिर येने द्वार मिलले सांवरिया।।
रिमझिम रिमझिम नैना बरसे,
भर भर आवे म्हारो हिबड़ो तरसे,
अब न करो त्रिपुरार मिलले सांवरिया।।
मैं तो हो गया थारे, मंदिर येने द्वार मिलले सांवरिया।।
खाटु धाम बुलता रहियो,
म्हारे घर आता जाता रहियो,
अर्जी संजू की करो स्वीकार मिलले सांवरिया।।
मैं तो हो गया थारे, मंदिर येने द्वार मिलले सांवरिया।।
रंगीला फागुन आयो सा, सुरंगों रंगीला फागुन आयो,
मिल बीत गया जुदाई का मौसम आयो,
मैं तो हो गया थारे, मंदिर येने द्वार मिलले सांवरिया।।
श्रेणी : खाटु श्याम भजन