राम नाम सुखदाई भजन करो भाई
राम नाम सुखदाई भजन करो भाई
ये जीवन दो दिन का
ये तन है जंगल की लकड़ी
आग लगे जल जाई, भजन करो भाई
ये जीवन दो दिन का...
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ये तन है कागज की पुड़िया
हवा चले उड़ जाई, भजन करो भाई
ये जीवन दो दिन का...
ये तन है माटी का ढेला
बूँद पड़े गल जाई, भजन करो भाई
ये जीवन दो दिन का...
ये तन है फूलों का बगीचा
धुप पड़े मुरझाई, भजन करो भाई
ये जीवन दो दिन का...
ये तन है कच्ची है हवेली
पल में टूट जाई, भजन करो भाई
ये जीवन दो दिन का...
ये तन है सपनो की माया
आँख खुले कुछ नाही, भजन करो भाई
ये जीवन दो दिन का...
श्रेणी : राम भजन
Ram Naam Sukhdai Bhajan Karo Bhai || Ram Bhajan
"राम नाम सुखदाई भजन करो भाई" एक ऐसा भजन है जो हमें जीवन की नश्वरता और ईश्वर की महिमा का बोध कराता है। यह भजन हमें समझाता है कि यह तन केवल कुछ क्षणों का साथ देता है। कभी यह जंगल की लकड़ी की तरह जलकर खत्म हो जाता है, तो कभी कागज की पुड़िया की तरह हवा में उड़ जाता है। मिट्टी का ढेला हो या फूलों का बगीचा, सब समय के साथ नष्ट हो जाते हैं।
यह भजन कहता है कि शरीर एक कच्ची हवेली की तरह है, जो पलभर में टूट सकता है। यह जीवन सपनों की माया है, जो आंख खुलते ही खत्म हो जाती है। इसलिए, हमें इस अस्थायी जीवन को पहचान कर राम का नाम जपना चाहिए। ईश्वर का भजन ही सच्चा सुख देता है और जीवन की सार्थकता को सिद्ध करता है।
राम नाम की महिमा को स्वीकार कर, मन को शांति और आत्मा को स्थिरता प्रदान करें।