आरती दी ज्योत जगे लिरिक्स Aarti Di Jyoti Jage Hindi Bhajan Lyrics Durga Bhajan
आरती दी ज्योत जगे आईजायो, फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो, फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो.....
भक्त तेरे माँ लोड़ी मनांदे आस ने लांऊदे,
भक्ता दा मत्था टिकाई जाईयो, फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो.....
शेर सवारी कर के आईजायो, अज रूप वैष्णो विच आईजायो,
भक्त करण अरजा तुसी सोहणे दर्शन दिखाई जाईयो,
फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो.....
पिण्डी रूप वैष्णो रानी, पिण्डी माँ रूप भवानी,
जगमग जगमग ज्योत नूरानी,
तुसी ममता दे रूप विच आईजायो, फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो.....
थक चढ़ीये ऐ माँ मुँह कुमलाये, आस लाई माँ जगंल विच आये,
कुमलाये चेहरे हिलाईजायो, फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो.....
बच्चड़ा भेटां गाँदां रोदां, तेरे ख्याला विच जागदा सोदां,
तुसी भेंट सुनी के हौसला वधाई जाईयो, फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो.....
आरती दी ज्योत जगे आईजायो, फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो, फेर गुफा विच तुर जाईयो,
आरती दी ज्योत जगे आईजायो.....
श्रेणी : दुर्गा भजन
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