जब श्री राम जी का दर्शन होगा
जब श्री राम जी का दर्शन होगा,
शबरी की कुटिया का पावन होगा....
आएंगे जब रघुराई में आसन पर बैठाऊंगी,
मीठे मीठे बेर अपने हाथों से खिलाऊंगी,
लक्ष्मण का संग में दर्शन होगा,
शबरी की कुटिया का पावन होगा.....
चुनचुन बगिया में से कलिया लेकर आऊंगी,
हार बनाऊंगी श्री राम को पहनाऊगी,
पूजा की थाली में चंदन होगा,
शबरी की कुटिया का पावन होगा.....
शबरी के बेर सुनाई रघुराई,
शबरी के झूठे बेर खाए रघुराई,
शबरी का जीवन सफल जब होगा,
शबरी की कुटिया का पावन होगा.....
भक्तों की टेर सुन आते हैं भगवाना,
दुख सुख में साथ निभाते हैं भगवाना,
भक्तों को प्रेम से जलाना होगा,
शबरी की कुटिया का पावन होगा.....
श्रेणी : राम भजन

श्री राम और शबरी का प्रेम एक अनुपम उदाहरण है भक्ति और समर्पण का। जब भगवान श्री राम शबरी की कुटिया में आए, तो उन्होंने प्रेमपूर्वक उनके झूठे बेर खाए। शबरी का वर्षों का इंतजार उस क्षण सार्थक हो गया। शबरी ने अपनी भक्ति में भगवान राम के लिए मीठे बेर चुने और उन्हें अपने हाथों से खिलाया।
शबरी की कुटिया उस समय पावन हो गई जब भगवान राम और लक्ष्मण वहां पधारे। उनके आने से वातावरण भक्तिमय हो गया। शबरी ने फूलों का हार बनाकर श्री राम को पहनाया और पूजा की थाली में चंदन अर्पित किया।
यह प्रसंग हमें सिखाता है कि सच्चे प्रेम और भक्ति से भगवान को पाया जा सकता है। शबरी के जीवन का हर क्षण इस बात का प्रमाण है कि भगवान भक्तों के प्रेम को कभी ठुकराते नहीं हैं।