गुरु ज्ञान की हो बरसात लिरिक्स Guru Gyan Ki Ho Barsat Bhajan Lyrics Jain Bhajan
भगवान का आपमे दर्श किया,
गुरु देव स्वीकार सहर्ष किया,
मुझे आप ही मोक्षा दिलाओगे,
मन बोला जो मन से विमर्श किया,
मन बोला जो मन से विमर्श किया,
गुरु ज्ञान की हो बरसात आप के वचनो से,
आप के वचनो से, आप के वचनो से,
अमृत बरसे दिन रात आप के वचनो से,
नमो नमो विमर्श मुनि महा कवी महा मुनि,
नमो नमो विमर्श मुनि महा कवी महा मुनि,
सत्या का दर्पण दिखा दिया है नींद से मुझे जगा के,
हे आचार मेरी आँखों में देखा जब मुसका के,
देखा जब मुस्काके गुरुवर देखा जब मुस्का के,
मैं समझ गया हर बात आप के वचनो से,
अमृत बरसे दिन रात आप के वचनो से,
गुरु ज्ञान की हो बरसात आप के वचनो से,
नमो नमो विमर्श मुनि महा कवी महा मुनि,
नमो नमो विमर्श मुनि महा कवी महा मुनि,
सच कहता हु आप से नाता जोड़ा मैंने जब से ,
लोभ मोह छल कपट वासना पास ना आये तब से,
हो शुरू मेरी परभात आप के वचनो से,
अमृत बरसे दिन रात आप के वचनो से,
गुरु ज्ञान की हो बरसात आप के वचनो से,
नमो नमो विमर्श मुनि महा कवी महा मुनि,
नमो नमो विमर्श मुनि महा कवी महा मुनि,
बून्द था मैं पानी की आप ने सागर बना दियां,
खाली मन को ज्ञान का गुरु वर गागर बना दियां,
मिलता है प्रभु का साथ आप के वचनो से,
अमृत बरसे दिन रात आप के वचनो से,
गुरु ज्ञान की हो बरसात आप के वचनो से,
श्रेणी : जैन भजन
गुरु ज्ञान की Guru Gyan Ki Ho Barsaat I CHARANJEET SINGH SONDHI I Jai Bhajan I Full HD Video Song
गुरु ज्ञान की हो बरसात लिरिक्स Guru Gyan Ki Ho Barsat Bhajan Lyrics, Jain Bhajan, by Charanjeet Singh Ji Bhajan
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