बस इतनी सी किरपा कर दो
बस इतनी सी किरपा कर दो,
मेरे उज्जैन के महाकाल,
दे दो अपनी नोकरी,
उज्जैन के महाकाल,
तेरा उपकार होगा,
तेरा उपकार होगा।।
हर दिन बाबा रोज सुबह शाम,
तेरे दर पर आऊंगा,
जल बेल पत्र भंगिया फूलो से,
तेरा श्रंगार सजाऊंगा
उज्जैन नगरी बाबा तेरी,
दुनिया में है महान,
दे दो अपनी नौकरी,
उज्जैन के महाकाल,
तेरा उपकार होगा,
तेरा उपकार होगा।।
उज्जैन सो कोई धाम नही,
और महाकाल सो नाम नही,
कहलाते उज्जैन के राजा,
महाकाल तुमसा ना कोई,
मुझे दे दो अपनी नोकरी,
मेरे खुल जाए सब भाग,
दे दो अपनी नौकरी,
उज्जैन के महाकाल,
तेरा उपकार होगा,
तेरा उपकार होगा।।
ना ही भटक तू जगत में बंदे,
एक सहारा तेरा ये,
सारी दुनिया झूठा झमेला,
सच्चा साथी एक ही ये,
अंत समय जो आया,
तो आएगा तु भी यहां,
दे दो अपनी नौकरी,
उज्जैन के महाकाल,
तेरा उपकार होगा,
तेरा उपकार होगा।।
बस इतनी सी किरपा कर दो,
मेरे उज्जैन के महाकाल,
दे दो अपनी नौकरी,
उज्जैन के महाकाल,
तेरा उपकार होगा,
तेरा उपकार होगा।।
श्रेणी : शिव भजन

Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।