जो बजरंगी नहीं होते
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते,
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते,
भटकते राम जी दर दर,
जो बजरंगी नही होते,
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते......
ना जाते राम किष्किन्दा,
न वध हो पाता बाली का,
किरपा न होती सुगरीव,
पर जो बजरंगी नही होते
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते......
ना रेहती उर्मिला सुहागिन,
अकेले रेह जाते रघुवर,
लखन जी पाते न पल भर,
जो बजरंगी नही होते
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते......
न जलती लंका रावण की,
ना जाती लंकनी मारी
अमर रेहता वो दश कंदर,
जो बजरंगी नही होते
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते......
अनाडी सच कहे मेहरा
न बनता पुल समन्दर पर,
तैरते ने कभी पत्थर,
जो बजरंगी नही होते
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते......
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते,
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते,
भटकते राम जी दर दर,
जो बजरंगी नही होते,
ना मिल पाते सिया रघुवर,
जो बजरंगी नही होते......
श्रेणी : हनुमान भजन
Jo Bajrangi Nahin Hote | Prem Mehra | Hanuman Bhajan | जो बजरंगी नहीं होते | Sanskar Bhajan
जो बजरंगी नहीं होते लिरिक्स Jo Bajrangi Nahin Hote Lyrics, Hanuman Bhajan, by Singer: Prem Mehra Ji
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।