मुरली वाला पतंग उड़ा ले रे
मुरली वाला पतंग उड़ा ले रे
राधा पतंग उड़ावे वासे पेंच लड़ाले रे
पेंच लड़ाले रे वासे पेंच लड़ाले रे
बन्शी वाला पतंग उड़ाले रे
राधा पतंग उड़ावे वासे पेंच लड़ाले रे
बरसाने से राधा आई पतंग उड़ावां तांई
गट्टा चरखी डोर पतंग वा घणा तरह का ल्याई
कनखी थारी श्याम बढाले रे
राधा पतंग उड़ावे वासे पेंच लड़ाले रे ....
राधा श्याम को पेंच लड्यो यो आकाश के मांई
इतनी जोर की सह चाली के पतंग दीखे नाही
थारी कनखी श्याम कटाले रे
राधा पतंग उड़ावे वासे पेंच लड़ाले रे....
ग्वाल बाल सब सखियाँ मिलके खुशियां खूब मनाई
या दोण्या को दंगल देखकर शिव शक्ति माँ आई
गोठ में याने संग में जिमा ले रे
राधा पतंग उड़ावे वासे पेंच लड़ाले रे....
श्याम आराधना वाला लोग तो श्याम प्रभु ने ध्यावे
शीश नवावैं भजन सुनावें थांके दर्शन पावै
बन्शी वाला श्याम अपना ले रे
राधा पतंग उड़ावे वासे पेंच लड़ाले रे....
मुरली वाला पतंग उड़ाले रे
राधा पतंग उड़ावे वासे पेंच लड़ाले रे .....
श्रेणी : कृष्ण भजन

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