हे लंकेश सुन राम का संदेश
हे लकेश,सुन संदेश,
मैं हु वाली पुत्र अंगद
आया रामदूत बनकर
अपनी मतिभष्ट मतकर
सीता को मुक्ति देकर,
झुकजा रामशरण में आकर
हे लकेश, सुन संदेश...x3
होगा वही जो राम ने चाहा
चिता मनन व्यथा कर स्वाहा
मंगल भवन अमंगल हारी
जय श्री राम बिष्णु अवतारी.....
तू धनुष न तोड़ पाया
केबल राम ने तोड़ पाया
सीता संग व्याह रचाया
फिर गुस्सा तुझको आया
सूर्पनखा के कहने पर
सीता को लिया तूने हर ...
सीता को मुक्ति दे कर,
झुकजा रामशरण में आकर
लकेश, सुन संदेश...x3
होगा वही जो राम ने चाहा
चिता मनन व्यथा कर स्वाहा
मंगल भवन अमंगल हारी
जय श्री राम बिष्णु अवतारी...
तू रावण निर्दयी अभिमानी
तूने किसी की बात न मानी
सीता मैया है भवानी
तूने माया राम न जानी
तूम हो सबसे विद्या धर
तू इतनी भी न हट कर ...
सीता को मुक्ति दे कर,
झुकजा रामशरण में आकर
लकेश, सुन संदेश...x3
श्रेणी : राम भजन
Morning Bhajan ~ हे लंकेश, सुन राम का संदेश ~ Hey lankesh ,sun ram ka sandesh ~ with Lyrics
हे लंकेश सुन राम का संदेश लिरिक्स Hey Lankesh Sun Ram Ka Sandesh Lyrics, Ram Bhajan, by Singer: Ravindra Khare Ji
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