क्यों ली ना खबर तूने मेरी
कबसे राहें तकूँ श्याम तेरी
क्यों ली ना खबर तूने मेरी
रुक जाएंगी सांसें ये
जो तूने करी देरी......
श्याम मेरे श्याम..........
श्याम मेरे श्याम..........
मेरा कोई नहीं है सहारा
कहीं मिलता नहीं है किनारा
राहें जीवन की है सब अँधेरी
क्यों ली ना खबर तूने मेरी
रुक जाएंगी सांसें ये
जो तूने करी देरी......
श्याम मेरे श्याम..........
श्याम मेरे श्याम..........
भक्त प्रह्लाद गज को बचाया
मान द्रोपद का जाके बढ़ाया
कौरवों की सभा में थी घेरी
क्यों ली ना खबर तूने मेरी
रुक जाएंगी सांसें ये
जो तूने करी देरी......
श्याम मेरे श्याम..........
श्याम मेरे श्याम..........
तू ही हारे का है एक सहारा
मुश्किलों में तुझे ही पुकारा
क्यों राजू से नज़रें ये फेरी
क्यों ली ना खबर तूने मेरी
रुक जाएंगी सांसें ये
जो तूने करी देरी......
श्रेणी : कृष्ण भजन