छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
राधा को मनाऊंगी मैं तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्याम तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
तन की ईंट और मन का गारा,
तन की ईंट और मन का गारा,
प्रेम का चूना लगाऊंगी श्याम तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
तन का माखन मन की मिश्री,
तन का माखन मन की मिश्री,
प्रेम से भोग लगाऊंगी हरी तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
तन के मोहन मन की राधा,
तन के मोहन मन की राधा,
प्रेम से चरण दबाऊंगी हरी तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
तन के प्रेत और मन के भैरव,
तन के प्रेत और मन के भैरव,
श्यामा से संकट कटाउंगी हरि तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
छोटा सा मंदिर बनाऊंगी श्यामा तेरे गुण गाऊंगी,
श्रेणी : कृष्ण भजन