कभी आए संकट वह देते सहारा
कभी आए संकट वह देते सहारा,
कभी आए संकट वह देते सहारा,
जीता हारे को दे वही श्याम हमारा,
जीता हारे को दे वही श्याम हमारा....
सदा धर्म का जिसने साथ दिया है,
किसी को कभी ना निराश किया है,
दीया कृष्ण जी को शीश का दान हंस के,
तभी पांडव जीत का देखे नजारा,
कभी आए संकट वह देते सहारा,
कभी आए संकट वह देते सहारा,
जीता हारे को दे वही श्याम हमारा....
हर ग्यारस को दर तेरे लाखों है आते,
यहां आकर हाले दिल तुमको सुनाते,
कभी दुखड़े सुने कभी सुनकर शिकायत,
सभी प्रेमियों को है तुमने है तारा,
कभी आए संकट वह देते सहारा,
कभी आए संकट वह देते सहारा,
जीता हारे को दे वही श्याम हमारा....
जो आ जाए एक बार तेरी शरण में,
वह पडता कभी भी ना मिथ्या भरम में,
मिली अंधे को आंखें गूंगे को बोली,
लगा ले तू श्याम का अब तो जयकारा,
कभी आए संकट वह देते सहारा,
कभी आए संकट वह देते सहारा,
जीता हारे को दे वही श्याम हमारा.....
श्रेणी : खाटू श्याम भजन