कान्हा मधुर मधुर बंसी खूब बजायी रे
खूब बजाई रे कान्हा खूब बजाई रे
मधुर मधुर बंसी खूब बजाई रे .....
पहली तो बंसी कान्हा जेल में बजाई
जेल में बजाई वासुदेव को सुनाई
खूब तोड़ा रे कान्हा खूब तोड़ा रे
जेल का रे कान्हा ताला खूब तोड़ा रे
खूब बजाई रे कान्हा खूब बजाई रे
मधुर मधुर बंसी खूब बजाई रे .....
दूसरी तो बंसी कान्हा गोकुल में बजाई
गोकुल में बजाई कान्हा बाबा को सुनाई
खूब झूला रे कान्हा खूब झूला रे
यशोदा के पालने में खूब झूला रे
खूब बजाई रे कान्हा खूब बजाई रे
मधुर मधुर बंसी खूब बजाई रे .....
तीसरी तो बंसी कान्हा पनघट पे बजाई
पनघट पे बजाई कान्हा सखियों को सुनाई
खूब फोड़ी रे कान्हा खुब फोड़ी रे
गुजरिया की मटकी कान्हा खुब फोड़ी रे
खूब बजाई रे कान्हा खूब बजाई रे
मधुर मधुर बंसी खूब बजाई रे .....
चौथी बंसी कान्हा जमुना पे बजाई
जमुना पे बजाई कान्हा नागों को सुनाई
खूब नाचा रे कान्हा खूब नाचा रे
नागों के फन के ऊपर खूब नाचा रे
खूब बजाई रे कान्हा खूब बजाई रे
मधुर मधुर बंसी खूब बजाई रे .....
पांचवी तो बंसी कान्हा मधुबन में बजाई
मधुबन में बजाई रे कान्हा राधा को सुनाई
खूब रचाया रे कान्हा खूब रचाया रे
मधुर मधुर रास खुब रचाया रे
खूब बजाई रे कान्हा खूब बजाई रे
मधुर मधुर बंसी खूब बजाई रे .....
छठी तो बंसी कान्हा मथुरा में बजाई
मथुरा में बजाई कान्हा कंस को सुनाई
खूब मारा रे कान्हा खूब मारा रे
मामा कंस को खूब मारा रे
खूब बजाई रे कान्हा खूब बजाई रे
मधुर मधुर बंसी खूब बजाई रे .....
श्रेणी : कृष्ण भजन