मन ले चल वृन्दावन धाम वहां मिलेंगे राधा
मन ले चल वृन्दावन धाम
वहां मिलेंगे राधा संग श्याम
मेरी सुबह उन्ही से है शाम
वहां मिलेंगे राधा संग श्याम
जय श्री राधे बोलो जय श्री राधे
वृन्दावन की कुञ्ज गलिन में राधे राधे गाऊं
राधे राधे रटते रटते कान्हा जी को पाऊं
भव से मैं तर जाऊं …….
हरी को पूजूँ में आठों याम
वहां मिलेंगे राधा संग श्याम
मन ले चल वृन्दावन धाम
वहां मिलेंगे राधा संग श्याम
जय श्री राधे बोलो जय श्री राधे
सारे जगत के पालनहारे माधव मदन मुरारी
इनकी शरण में जो भी आवे हर ले सुध बुध सारी
हरी की महिमा न्यारी ……….
हरी बनाते हैं बिगड़े काम
वहां मिलेंगे राधा संग श्याम
मन ले चल वृन्दावन धाम
वहां मिलेंगे राधा संग श्याम
जय श्री राधे बोलो जय श्री राधे
कान्हा जी का रूप सलोना संग में राधा प्यारी
इत पे डाले पीला पटका उत पे पीली सारी
मैं जाऊं वारी वारी ……….
अनिल रोहित करते प्रणाम
वहां मिलेंगे राधा संग श्याम
मन ले चल वृन्दावन धाम
वहां मिलेंगे राधा संग श्याम
जय श्री राधे बोलो जय श्री राधे
श्रेणी : कृष्ण भजन