वो डमरू वाला नीलकंठ मेरा यार है
उज्जैन की नगरीया है सुंदर बड़ी,
सुंदर बड़ी हो सुंदर बड़ी,
उज्जैन की नगरीया है सुंदर बड़ी.....
महाकाल को सब विराजते है यहाँ,
महाकाल को सब पूजते है यहाँ,
सारी दुनिया में इनकी शक्ति बड़ी,
उज्जैन की नगरीया है सुंदर बड़ी.....
याम की भी यहाँ पर चलती नहीं,
ज़िंदगी कभी यहाँ थमती नही,
दर्शन को भक्तो की भीड़ खड़ी,
उज्जैन की नगरीया है सुंदर बड़ी.....
संकट के आने से पहले ये देते है टाल,
सबकी रक्षा करते है मेरे महाकाल,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है,
वो डमरू वाला नीलकंठ मेरा यार है,
नीलकंठ के ऊपर जो सरकार है,
मेरा यार है वो मेरा यार है,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है......
भोले तेरी पिंडी पे है भांग धतूरा चढ़ता,
भरता है पल में झोली, मन इच्छा पूरी करता,
सुनता सबकी तू हो करुणा पुकार है,
मेरा यार है वो मेरा यार है,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है......
तेरे दर पे भोले कावड़, श्रद्धा से जो भी लाता,
मुँह माँगा वर पा जाता, और जीवन सफल बनाता,
जो सारे जग का पालनहार है,
मेरा यार है वो मेरा यार है,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है......
देवो के देव ये महादेवा, भोले शंकर कहलाते,
ब्रह्मा विष्णु भी देखो इनका गुण गाते,
‘नागर’ कहता इनकी महिमा अपार है,
मेरा यार है वो मेरा यार है,
भोले बाबा का नीलकंठ दरबार है......
आये भक्तो के यहाँ भीड़ पड़ी,
उज्जैन की नगरीया है सुंदर बड़ी.....
श्रेणी : शिव भजन