खा गया नन्दलाल माखन चोरी से
खा गया नन्दलाल माखन चोरी से ।
कर लिया तकरार बिरज की छोरी से ।।
वो बोले तोतली बोली, ले संग ग्वालों की टोली ।
पकड़े जाने पर छलिया, कर लेता सूरत भोली ।।
और वरजोरी से, कर लिया....
माखन को यदि ना देतीं, पनघट पे बहुत सताता ।
जब यशुदा से बतलातीं, तब आँसू खूब बहाता ॥
प्रेम की डोरी से, कर लिया....
बछड़ी-बछड़ों को छोड़े, मटकी-मटकों को तोड़े ।
छछिया भर छाँछ पे नाचे, तो कभी वो बाँह मरोड़े ॥
कान्त सखि गोरी से, कर लिया....
श्रेणी : कृष्ण भजन
माखन चोरी का सुन्दर भजनःखा गया नन्दलाल माखन चोरी से//दासानुदास श्रीकान्त दास जी महाराज ।स्वर:गायत्री
खा गया नन्दलाल माखन चोरी से, कर लिया तकरार बिरज की छोरी से, वो बोले तोतली बोली, ले संग ग्वालों की टोली, पकड़े जाने पर छलिया, कर लेता सूरत भोली, और वरजोरी से, कर लिया, kha gaya nandalaal maakhan choree se , kar liya takaraar biraj kee chhoree se, vo bole totalee bolee, le sang gvaalon kee tolee, pakade jaane par chhaliya, kar leta soorat bholee, aur varajoree se, kar liya,