माँ आजा शेरांवालीए
मां आजा, शेरांवालीए, मां आजा, मेहरांवालीए l
मां आजा, जोतां वालीए, मां आजा, लाटां वालीए l
जागे विच, आ के, फेरा, पा जा शेरांवालीए ll
मां आजा,, मां आजा,, मां आजा, आजा, आजा,
मां आजा, शेरांवालीए, मां आजा,,,,
रलमिल, भगतां ने, जागा करवाया ए l
किन्ना सोहणा, मांएं तेरा, भवन सजाया ए ll
बच्चियां दे, भाग अज्ज, जगा जा शेरांवालीए ll
मां आजा,, मां आजा,, मां आजा, आजा, आजा,
मां आजा, शेरांवालीए, मां आजा,,,,,
तेरे आउण, दियां मांएं, आसां अज्ज लग्गियां l
करने, दीदार तेरे, अखां नहींओं रज्जियां ll
भगतां नूं, दर्शन, दिखा जा शेरांवालीए ll
मां आजा,, मां आजा,, मां आजा, आजा, आजा,
मां आजा, शेरांवालीए, मां आजा,,,,
लग्गियां ने, रौनकां मां, खुशियां ने चढ़ियां l
दर तेरे, मांएं अज्ज, संगतां ने खड़ियां ll
रहमतां, दा मींह, बरसा जा शेरांवालीए ll
मां आजा,, मां आजा,, मां आजा, आजा, आजा,
मां आजा, शेरांवालीए, मां आजा,,,,
तेरे, नाम वाली मइया, चढ़ गई खुमारी ए l
दर तेरे, बैठी मइया, संगत प्यारी ए ll
भगती, दा रंग, चढ़ा जा शेरांवालीए ll*
मां आजा,, मां आजा,, मां आजा, आजा, आजा,
मां आजा, शेरांवालीए, मां आजा,,,,,
अपलोडर - अनिलरामूर्ति भोपाल
श्रेणी : दुर्गा भजन
MAA AAJA SHERANWALIYE
यह भजन "मां आजा, शेरांवालीए" माता दुर्गा की भक्ति में समर्पित है और भक्तों द्वारा मां दुर्गा के पवित्र रूप की पूजा का एक गहरा आह्वान है। इस भजन में भक्त मां से उनके दर्शन की प्रार्थना करते हैं और उन्हें अपने जीवन में शांति, सुख और आशीर्वाद देने के लिए आमंत्रित करते हैं।
भजन के पहले अंतरे में, भक्त मां दुर्गा को शेरांवाली (शेर की सवारी करने वाली) के रूप में सम्बोधित करते हुए उनसे अपने घर और जीवन में आकर अपनी उपस्थिति देने की विनती करते हैं। वे कहते हैं कि उनके बिना जीवन सूना और अधूरा है, और मां के आगमन से जीवन में नई रोशनी और ऊर्जा आ जाएगी।
दूसरे अंतरे में, भजन में भक्तों का उत्साह और श्रद्धा दिखाई देती है। वे कहते हैं कि मां के आगमन से उनके घर में खुशियाँ, रौनक और सुख-शांति का वातावरण छा जाएगा। भगतों की प्रार्थनाओं से ही मां के दर्शन होंगे और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
तीसरे अंतरे में, भजन में यह कहा गया है कि मां के दर्शन से भक्तों की सारी कठिनाईयाँ समाप्त हो जाती हैं और जीवन में उन्नति होती है। मां के दरबार में बैठने से संगति और भक्ति का माहौल बनता है, जो भक्तों को आशीर्वाद और शक्ति प्रदान करता है।
यह भजन पूरी तरह से मां दुर्गा के प्रति भक्तों की अटूट श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है। हर अंतरे में मां के दिव्य रूप का उल्लेख किया गया है, जो भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और आशीर्वाद लाने के लिए उपस्थित होती हैं।