तेरे भरोसे खाटू वाले रहता है मेरा परिवार
तेरे भरोसे बाबा - तेरे भरोसे बाबा -2
तेरे भरोसे खाटूवाले रहता है मेरा परिवार- मेरा परिवार,
तेरे भरोसे खाटूवाले रहता है मेरा परिवार - 2
जब से तूने बाँह पकड़ ली हारे की तूने किस्मत बदली,
खुला बन्द किस्मत का द्धार-2 रहता है मेरा परिवार,
तेरे भरोसे खाटूवाले रहता है मेरा परिवार - 2
शीश के दानी तुम कहलाते भगत पुकारे तो दौड़े दौड़े आते
तुम सुनते सबकी पुकार -2 रहता है मेरा परिवार
तेरे भरोसे खाटूवाले रहता है मेरा परिवार - 2
जब भी कोई दुनिया से हारा तेरे दर पे मिला सहारा
तुम बन गये पालनहार -2 रहता है मेरा परिवार
तेरे भरोसे खाटूवाले रहता है मेरा परिवार - 2
सिंगला को बाबा तेरा सहारा - तेरे बिन बाबा कोन हमारा
तेरी महिमा अपरम्पार -2 रहता है मेरा परिवार
तेरे भरोसे खाटूवाले रहता है मेरा परिवार - 2
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
Tere Bharose Khatu Wale Rehta Hai Mera Parivar ।। तेरे भरोसे खाटू वाले रहता है मेरा परिवार ।। #khatu
"तेरे भरोसे खाटू वाले रहता है मेरा परिवार" एक अत्यंत भावुक और भक्तिभाव से भरा खाटू श्याम भजन है, जिसमें एक भक्त की अपने आराध्य श्याम बाबा के प्रति अडिग श्रद्धा और पूर्ण समर्पण को दर्शाया गया है। यह भजन न केवल शब्दों का मेल है, बल्कि एक जीवन दर्शन है, जहाँ पूरा परिवार बाबा श्याम के भरोसे अपनी ज़िन्दगी जी रहा है।
भजन की शुरुआत ही इस गूंज से होती है – “तेरे भरोसे खाटू वाले रहता है मेरा परिवार” – जो सीधे दिल को छूती है। यह पंक्ति एक साधारण वाक्य नहीं, बल्कि उस अनंत विश्वास की परिभाषा है, जो एक भक्त अपने आराध्य के प्रति रखता है।
हर अंतरे में इस भजन ने भक्त की भावनाओं को छूने वाले प्रसंगों को बारीकी से पिरोया है। जब श्याम बाबा ने हारे हुए को सहारा दिया, जब बंद किस्मत के द्वार खोल दिए, जब कोई संसार से हारा तो बाबा ने उसे अपनाया — ये सभी पंक्तियाँ श्याम प्रेमियों को अपने जीवन की झलक सी लगती हैं।
भजन यह भी बताता है कि श्याम बाबा केवल दाता नहीं, बल्कि पालनहार भी हैं। जब दुनिया साथ छोड़ देती है, तब श्याम बाबा दौड़े चले आते हैं। यही वजह है कि भक्त उन्हें "शीश के दानी" कहकर पुकारते हैं — जो सब कुछ न्यौछावर कर देते हैं।
अंत में गायक "सिंगला" द्वारा बाबा को अपना एकमात्र सहारा बताया गया है — “सिंगला को बाबा तेरा सहारा, तेरे बिन बाबा कौन हमारा” — यह पंक्ति भक्त और भगवान के बीच की आत्मीयता को दर्शाती है।
यह भजन सिर्फ गाने के लिए नहीं है, यह भावनाओं की गहराई को जीने के लिए है। यह उस हर इंसान की आवाज़ है, जो जीवन की कठिन परिस्थितियों में सिर्फ बाबा श्याम के भरोसे जी रहा है।
"तेरे भरोसे खाटू वाले" आज हर श्याम प्रेमी के दिल में गूंजता है, जो अपने घर, परिवार और जीवन की हर परिस्थिति में बाबा को ही अपना सहारा मानते हैं।