खाटू का श्याम सांवरा मेरे साथ चल रहा
( तर्ज - जी कर रहा है आप पे,ये जान वार दूँ )
खाटू का श्याम सांवरा मेरे साथ चल रहा,
दुनिया कहती मुझे कैसे संभल रहा,
चलता है जीवन मेरा तेरी दया पे ये,
सब कुछ मिला मुझे प्रभु तेरी कृपा से ये,,
परिवार को पता तू खर्चा चला रहा,
खाटू का श्याम सांवरा मेरे साथ चल रहा....
आंखों में आंसू लेकर चौखट पे आया है,
पल भर में मेरे सांवरे का वो साथ पाया है,
सूखे हुए बाग को तू गुलजार कर रहा,
खाटू का श्याम सांवरा मेरे साथ चल रहा....
भक्तों की लाइन लग रही मुझ में ना बात है,
सबको छोड़ बाबा तू क्यूँ मेरे साथ है
कृपा से तेरी लक्की का जीवन महक रहा
खाटू का श्याम सांवरा मेरे साथ चल रहा....
श्रेणी : खाटू श्याम भजन

खाटू का श्याम सांवरा मेरे साथ चल रहा" भजन एक अत्यंत भावभीनी और आस्था से परिपूर्ण रचना है, जिसे Lucky Shukla जी ने गहराई से अनुभूत भावनाओं के साथ लिखा है। यह भजन खाटू श्याम जी की असीम कृपा और उनके भक्त पर विशेष कृपादृष्टि को चित्रित करता है। इसमें बताया गया है कि कैसे एक साधारण इंसान की जिंदगी जब प्रभु श्याम का साथ मिल जाता है, तो असंभव भी संभव हो जाता है।
इस भजन की तर्ज प्रसिद्ध गीत "जी कर रहा है आप पे, ये जान वार दूँ" पर आधारित है, जो इसकी भावनात्मक शक्ति को और भी अधिक सशक्त बनाता है। पहले अंतरे से ही यह स्पष्ट हो जाता है कि भजनकार का जीवन श्याम जी की कृपा से ही चल रहा है — "दुनिया कहती मुझे कैसे संभल रहा", यानी लोग यह सोचकर हैरान हैं कि विपरीत परिस्थितियों में भी यह व्यक्ति इतना शांत और संतुलित कैसे है — उसका उत्तर है: श्याम सांवरे का साथ।
भजन की पंक्तियाँ जैसे "आंखों में आंसू लेकर चौखट पे आया है, पल भर में मेरे सांवरे का वो साथ पाया है" गहरे भक्ति-भाव को दर्शाती हैं। इसमें एक भक्त की व्यथा और फिर उसके जीवन में आए चमत्कारिक परिवर्तन का सुंदर चित्रण किया गया है।
श्याम बाबा की महिमा यह है कि वे सूखे जीवन को भी फिर से “गुलजार” कर देते हैं। भजन में यह संदेश छिपा है कि जब कोई दिल से पुकारता है, तो श्याम बाबा कभी भी अपने भक्त का साथ नहीं छोड़ते। भले ही वह साधारण हो, जब प्रभु की कृपा होती है, तो जीवन महकने लगता है — जैसा कि आखिरी अंतरे में कहा गया है: "कृपा से तेरी लक्की का जीवन महक रहा"।
यह भजन न केवल श्याम बाबा की महिमा का गुणगान करता है, बल्कि हर उस भक्त की आवाज है जो अपने जीवन में प्रभु की उपस्थिति को अनुभव करता है। इसकी सरल भाषा, भावनात्मक गहराई और भक्तिभाव से भरपूर अभिव्यक्ति इसे एक अनुपम भजन बनाती है जो हर श्याम प्रेमी के ह्रदय में विशेष स्थान बना लेती है।