उलझी लट सुलझा जियो रे मोहन
उलझी लट सुलझा जइयो रे मोहन मेरे हाथों मेहंदी लगी।
मेरे हाथों में मेहंदी लगी प्यारे मोहन।।
सीस का टीका गिर गया मोहन,
अपने हाथों पहना जइयो रे मोहन,मेरे हाथों मेहंदी लगी।।
गले का हरवा गिर गया मोहन,
अपने हाथों पहना जइयो रे मोहन,मेरे हाथों मेंहंदी लगी।।
हाथ का कँगना गिर गया मोहन,
अपने हाथों पहना जइयो रे मोहन,मेरे हाथों मेंहंदी लगी।।
पाँव की पायल गिर गई मोहन,
अपने हाथों पहना जइयो रे मोहन,मेरे हाथों मेंहंदी लगी।।
श्रेणी : कृष्ण भजन
उलझी लट सुलझा जइयो रे मोहन मेरे हाथों मेहंदी लगी। मेरे हाथों में मेहंदी लगी प्यारे मोहन, सीस का टीका गिर गया मोहन, ulajhee lat sulajha jaiyo re mohan mere haathon mehandee lagee. mere haathon mein mehandee lagee pyaare mohan, sees ka teeka gir gaya mohan,