चले ब्याह रचाने रे करके भोला
चले ब्याह रचाने रे करके भोला श्रृंगार
तन में भस्म रामा होके नंदी पे सावरी
उल्झे लम्बे काले खोले ये जटाये
शिव भोले जटा धारी अधबुत सा रूप बनाया
कहने वाघम्बर को फिर त्रिशूल में डमरू लगाये
पीकर भंग का प्यारा है अंखिया चढ़े
बिस्तर काले नागो का कहने गले में हारी
चले ब्या रचने रे करके भोला श्रृंगार
तन में भस्म राम होके नंदी पे सावरी
अलबेली चली बारात अनोखे है बाराती
भूतो और प्रेतो की चली टोली धूम मचाती
सज धज के चुदेले चली चीखती चिल्लाती
नहीं कमर है फिर भी ये कमर है ये कुल्हे अपने मटकाती
मौसम है सुहाना आज छै है आजब बहार
चले ब्याह रचाने रे करके भोला श्रृंगार
शुद्ध तन में भस्म राम होके नंदी पे सावरी
भोले नाथ के बारात आई हिमाचल के द्वार
देखते मैना को आ गया बुखारी
क्या ऐसी बारात गुरा ने हर सोमरो
पूजा किया और रक्खा था व्रत कितने बारी
हलचल देखें माछी घर में भये भीत नर नारी
चले ब्याह रचाने रे करके भोला श्रृंगार
शुद्ध तन में भस्म राम होके नंदी पे सावरी
नारद के कहने पे भोले ने रूप दिखलाया
खुश होके सखियो ने फिर मंगल चार गया
वर माला एक दूजे को गौरा शिव ने पहनया
हुआ ब्याह सफल इनका अंबर से फूल बरसाया
हुआ प्रसन्ना देव नागरी कुंदन सारा संसार
चले ब्याह रचने रे करके भोला श्रृंगार
शुद्ध तन में भस्म राम होके नंदी पे सावरी
श्रेणी : शिव भजन
चले ब्याह रचाने रे करके भोला श्रृंगार { Latest Shiv bhajan 2019 } Chale Byah Rachane Re Karke Bhola
चले ब्याह रचाने रे करके भोला श्रृंगार लिरिक्स Chale Byah Rachane Re Karke Bhola Shringar Lyrics, Shiv Bhajan, by Singer: Anjana Arya
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