चली जा रही है उमर धीरे धीरे
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे,
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे,
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे।
बचपन भी जाए जवानी भी जाए,
बुढ़ापे का होगा असर धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे।
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे,
तेरे हाथ पावों में बल ना रहेगा,
झुकेगी तुम्हारी कमर धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे।
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे,
शिथिल अंग होंगे एक दिन तुम्हारे,
फिर मंद होगी नज़र धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे।
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे,
बुराई से मन को अपने हटाले,
सुधर जाए तेरा जीवन धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे।
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे,
श्रेणी : कृष्ण भजन
चली जा रही है उमर धीरे धीरे | Chali Ja Rahi Hai Umar Dheere Dheere | Krishna Bhajan|Chetawani Bhajan
चली जा रही है उमर धीरे धीरे लिरिक्स Chali Ja Rahi Hai Umar Dheere Dheere Lyrics, Krishna Bhajan, by Singer: Upasana Mehta Ji
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।