हनुमान जी छोटो सो हमारो एक काम जी
हनुमान जी छोटो सो हमारो एक काम जी,
सुन अंजनी के लाला मेरी बिगड़ी बना दे,
बिगड़े हुए जी मेरे काम बना दे,
हमने सुना है बड़ा नाम जी हनुमान जी छोटो..
(1) तेरा ध्यान धारू मे हरपल तेरी करूं मै पूजा,
रामकाज पूरा कर पाता कोई नहीं था दूजा,
मैंने सुना बजरंगबली तुमने भक्तों को तारा है,
हनुमान जी सीने में तुम्हारे सिया राम जी हनुमान जी..
(2) कोई प्यार से तुमको हनुमत कहता कोई कहता बजरंगबली
जिसने दुख में तुम्हे पुकारा उसकी विपदा पल मे टली,
जो जपता माला राम नाम की हनुमत को बड़ा प्यारा है,
हनुमान जी बड़ा ही प्यार तेरा नाम जी हनुमान जी.......
(3) ऐसा कौन सा काम है हनुमत जिसे पूर्ण तुम कर नहीं पाए,
लांग समुन्दर तुम हनुमत सीता का पता लगा कर आए,
मैंने सुना हनुमान तुम्हें राम नम बड़ा प्यारा है,
हनुमान जी राम श्याम गाते तेरा नाम जी हनुमान जी...
लेखक : राम श्याम अवस्थी
श्रेणी : हनुमान भजन
HANUMAN JI CHOTO SO EK KAAM JI || Ram & Shyam || Rasila Infotainment #hanumanji #bajrangbali #bhajan
यह भजन "हनुमान जी छोटो सो हमारो एक काम जी" एक अत्यंत भावपूर्ण और श्रद्धा से परिपूर्ण रचना है, जिसे राम श्याम अवस्थी जी ने लिखा है। यह भजन न केवल हनुमान जी की महिमा का बखान करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे भक्तजन अपने जीवन की कठिनाइयों में हनुमान जी को स्मरण कर उन्हें अपनी आशा और विश्वास का केंद्र बनाते हैं।
भजन की शुरुआत में भक्त अपनी विनती के माध्यम से कहता है कि हे अंजनी के लाल, मेरी बिगड़ी बना दो। यह एक अत्यंत सरल परंतु भावनात्मक निवेदन है जो हर भक्त के हृदय से जुड़ जाता है। आगे चलकर, भजन में बताया गया है कि कैसे हनुमान जी का ध्यान, पूजा और नाम-जप करने से रामकाज में सफलता मिलती है, क्योंकि हनुमान जी स्वयं राम कार्य के प्रतीक हैं।
इस भजन की विशेष बात यह है कि इसमें हनुमान जी को "छोटो सो" कहकर बुलाया गया है, जिससे उनकी विनम्रता और भक्तों के प्रति प्रेम को दर्शाया गया है। भजन में उनके शक्ति, समर्पण और भक्ति की अद्भुत झलक मिलती है—चाहे वो समुद्र लांघना हो या सीता माता का पता लगाना, हर कार्य में हनुमान जी की अडिग निष्ठा और वीरता को सराहा गया है।
राम नाम का स्मरण और माला जपने की बात करके भजन यह भी दर्शाता है कि जो सच्चे मन से राम नाम लेता है, हनुमान जी उससे विशेष प्रेम करते हैं।
कुल मिलाकर, यह भजन हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणास्त्रोत है जो श्रद्धा और विश्वास के साथ हनुमान जी को अपना जीवन-मार्गदर्शक मानता है। राम श्याम अवस्थी जी की लेखनी में जो भावनात्मक गहराई है, वह इस भजन को एक विशेष स्थान देती है।