राम भजन कर मन
राम है स्वनाम धन,
राम धन्य नाम,
राम को प्रणाम,
राम नाम को प्रणाम,
राम भजन कर मन,
राम भजन कर मन,
ओ मन रे कर तू,
हे मन रे कर तू, राम भजन,
राम भजन कर मन,
सब में राम, राम में है सब,
तुलसी के प्रभु, नानक के रब,
राम रमइया घट घट वासी,
सत्य कबीर बचन,
राम भजन कर मन,
राम नाम में पावत पावन,
रवि तेज्योमय चन्द्र सुधा धन,
राम भजन बिन ज्योति न जागे,
जाए न जीव की जलन,
राम भजन कर मन,
नाम भजन में ज्योति असिमित,
मंगल दीपक कर मन दीपित,
सकल अमंगल हरण भजन है,
सकल सुमंगल करण,
राम भजन कर मन,
ओ मन रे कर तू,
हे मन रे कर तू राम भजन,
राम भजन कर मन,
भजन कर मन,
भजन कर मन,
भजन कर मन,
श्रेणी : राम भजन
Ram Bhajan Kar Mann | Shreya Ghoshal | Live in Concert
"राम भजन कर मन" एक अत्यंत मधुर, प्रेरणादायक और शुद्ध भक्ति से परिपूर्ण राम भजन है, जिसे सुरों की रानी श्रेया घोषाल ने अपनी आत्मीय आवाज़ में प्रस्तुत किया है। यह भजन केवल संगीत नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है जो मन को श्रीराम के पावन चरणों की ओर मोड़ने का संदेश देता है।
शब्दों में छिपी भावना – "राम है स्वनाम धन, राम धन्य नाम" – यह दर्शाती है कि राम का नाम स्वयं में इतना पुण्यकारी और शक्तिशाली है कि वही सबसे बड़ा धन है। भजन बार-बार मन को पुकारता है – "हे मन रे कर तू राम भजन," – और ये पुकार सीधे आत्मा को झकझोरती है।
यह भजन केवल श्रीराम की स्तुति नहीं, बल्कि राम नाम की व्यापकता और सार्वभौमिकता का वर्णन करता है। "सब में राम, राम में है सब, तुलसी के प्रभु, नानक के रब," जैसी पंक्तियाँ धर्म, जाति और मतों के परे जाकर राम को समस्त सृष्टि में व्याप्त एक सत्य के रूप में स्थापित करती हैं।
भजन आगे यह स्पष्ट करता है कि राम नाम बिना आत्मा की ज्योति जागृत नहीं हो सकती – "राम भजन बिन ज्योति न जागे, जाए न जीव की जलन," – यह पंक्ति भक्ति की उस अग्नि की बात करती है जो दुख, मोह और भ्रम को जलाकर आत्मा को निर्मल बनाती है।
इस भजन की खास बात यह है कि यह अत्यंत सरल भाषा में लिखी गई गहरी आध्यात्मिक बातों को सहजता से श्रोता के हृदय तक पहुँचाता है। यह भजन न केवल शांति देता है, बल्कि जीवन को एक दिशा देने का काम भी करता है। "राम भजन कर मन" हर उस व्यक्ति के लिए एक निमंत्रण है जो आध्यात्मिक शांति, प्रेम और सत्य की तलाश में है।