मेरे यार कन्हैया सुन तेरी याद सताती
mere yar kanhaiya sun
मेरे यार कन्हैया सुन तेरी याद सताती है,
गजब भी याद करूं आंखों मेरी भर आती है,
प्यार कन्हैया सुन तेरी याद सताती है,
दुनिया की सभी कस्मे में तोड़, मैं आया,
तेरे लिए यह सारी दुनिया,छोड़ के मैं आया,
दुनिया बड़ी जालिम है यह बड़ा सताती है,
जब जब भी याद करूं आंखों मेरी भर आती है,
मेरे यार कन्हैया सुन तेरी याद सताती है,
दुनिया का सताया हूं अपनों का रुलाया हूं,
तेरी देख ली दुनिया अब,तेरी शरण में आया हूं,
तूने यारी निभाई है दुनिया यह बताती है,
जब जब भी याद करूं आंखों मेरी भर आती है,
मेरे यार कन्हैया सुन तेरी याद सताती है,
काहे अमित बाबा ये यारी निभा लेना,
सेवा में अपनी तुम मेरे श्याम लगा लेना,
हारो से दुनिया कब यहां यार निभाती है,
जब जब भी याद करूं आंखों मेरी भर आती है,
मेरे यार कन्हैया सुन तेरी याद सताती है,
लेखक : अमित शर्मा
9758915635
श्रेणी : खाटू श्याम भजन

यह भजन "मेरे यार कन्हैया सुन तेरी याद सताती" एक भावपूर्ण और दिल छू लेने वाला खाटू श्यामजी का भजन है, जिसमें भक्त अपने प्यारे भगवान कन्हैया (श्री श्याम) के प्रति गहरी श्रद्धा और प्रेम प्रकट करता है। भजन की पंक्तियाँ इस भाव को बखूबी दर्शाती हैं कि जीवन की सारी मुश्किलों, दुखों और तन्हाईयों के बीच भी भगवान की याद ही सबसे बड़ा सहारा और राहत है।
अमित शर्मा जी द्वारा रचित इस भजन में भक्त की व्यथा, उसकी ज़िन्दगी के संघर्ष और श्यामजी की शरण में आने की तीव्र इच्छा झलकती है। "दुनिया बड़ी जालिम है" और "अपनों का रुलाया हूं" जैसी पंक्तियाँ भक्त के मन की बेचैनी और दर्द को उजागर करती हैं, वहीं "तेरी शरण में आया हूं" से उसकी पूर्ण समर्पण भावना स्पष्ट होती है।
भजन की भाषा सरल, सहज और भावों से भरपूर है, जो सुनने वाले के मन में श्रद्धा और भक्ति की भावना को जागृत करती है। यह भजन खासकर उन भक्तों के लिए प्रेरणादायक है जो जीवन की कठिनाइयों में भगवान की शरण लेने को आतुर हैं।
कुल मिलाकर, "मेरे यार कन्हैया सुन तेरी याद सताती" एक सुंदर और मार्मिक भजन है, जो भक्त के दिल की गहराई से निकली पुकार है, जो भगवान श्याम के प्रति उसकी अटूट भक्ति और विश्वास को दर्शाता है। यह भजन खाटू श्याम भजन श्रेणी में आता है और भक्तों के मन को भगवान की ओर आकर्षित करता है।