आना सुन्दर श्याम हमारे हरि कीर्तन मे
आना सुन्दर श्याम हमारे हरि कीर्तन में॥
आना सुंदर श्याम हमारे घर कीर्तन में॥
आप भी आना संग गवालो को लाना,
मिलकर माखन खाना हमारे हरी कीर्तन मे,
आना सुंदर श्याम हमारे घर कीर्तन में
आप भी आना संग राधा जी को लाना,
मिलकर रास रचाना हमारें हरी कीर्तन मे,
आना सुंदर श्याम हमारे घर कीर्तन में,
आप भी आना संग गोपियों को लाना,
मिलकर धूम मचना हमारे घर कीर्तन में,
आना सुंदर श्याम हमारे घर कीर्तन में,
श्रेणी : कृष्ण भजन
Aana Shyam Sunder हमारे हरी कीर्तन मे || Hindi Bhajan
यह भजन एक सच्चे भक्त के हृदय से निकली प्रेमपूर्ण आमंत्रण है - एक ऐसी पुकार, जिसमें भक्ति, सरलता और बालभाव की मिठास समाई हुई है। इसमें भक्त अपने प्रिय श्याम सुंदर से विनम्र प्रार्थना करता है कि वो स्वयं उनके घर पधारें, और हरी कीर्तन की शोभा बढ़ाएं।
"आना सुंदर श्याम हमारे हरि कीर्तन में" - यह वाक्य बार-बार दोहराया जाता है, मानो दिल से निकली पुकार हो कि हे प्रभु! इस नाचते-गाते, श्रद्धा से भरे कीर्तन में आपकी उपस्थिति से सब कुछ पावन हो जाए।
भजन में अनुरोध है कि राधारानी, गोपियां, और ग्वालबालों को भी साथ लाएं - जिससे कीर्तन में वही आनंद, वही रास, वही वृंदावन की छवि उतर आए। "मिलकर माखन खाना", "मिलकर रास रचाना", "मिलकर धूम मचाना" - यह सब भाव सांझे प्रेम, भक्ति और लीला की याद दिलाते हैं। भजन में केवल दर्शन नहीं, सहभागिता की भावना है - एक ऐसा आत्मीय निमंत्रण जहाँ भक्त स्वयं को लीलाओं का भागीदार मानता है।
यह भजन सरल होते हुए भी हृदय को छूने वाला है, और हर उस कीर्तन मंडली या भक्त परिवार के लिए उपयुक्त है जो भगवान को सजीव मानकर उन्हें अपने बीच आमंत्रित करते हैं।