तेरे दर्श बिना मुझे चैन कभी आता नही है
तर्ज : तुझे ना देखूँ त चैन मुझे आता नही
तेरे दर्श बिना मुझे चैन कभी आता नही है,
तेरे नाम सिवा मुझे माँ कुछ भाता नही है,
मुझे मेरी माँ शरण से लगा ले....x2
तेरे दर्श बिना ****************
मैने अपना जीवन तेरे नाम किया,
हँसते गाते रोते तेरा नाम लिया,
दुनिया दीवानी माता तेरे नाम से,
खाली ना लौटाए कभी अपने धाम से,
हर पल तेरा ही सहारा है,
कष्टों से मुझे तूने उबारा है,
माँ उबारा है $$$$
तेरे द्वार पे माँ मेरी कोई प्यासा नही है,
तेरे द्वार पे आशा है निराशा नही है $
मुझे मेरी माँ शरण से लगा ले.....x2
तेरे दर्श बिना **************
जब जब माता तेरा ध्यान करूँ
तब तब तेरे चरणों मे गिरूँ
तेरी ही इबादत करना मेरा काम है
तेरी भक्ति से ही माता मेरा नाम है
जब जब मैने तेरा नाम लिया
तूने भगती का मुझे दान दिया
हाँ दान दिया $$$$
तेरी भक्ति सिवा मुझे माँ
कुछ आता नही है
तेरे नाम सिवा मुझे माँ
कुछ भाता नही है
मुझे मेरी माँ शरण से लगा ले....x2
तेरे दर्श बिना मुझे चैन *********
लेखक: 🌹तरुन कुमार पन्त🌹
श्रेणी : दुर्गा भजन
यह भजन माता दुर्गा के प्रति भक्तिपूर्ण समर्पण और आस्था का प्रतीक है। इसे 🌹तरुन कुमार पन्त🌹 द्वारा लिखा गया है, और इसमें भक्त ने अपनी पूरी जिंदगी माता के नाम समर्पित कर दी है। भजन में मुख्य भाव यह है कि माता के दर्शन और नाम के बिना जीवन में चैन नहीं मिलता, और सिर्फ उनकी भक्ति और आशीर्वाद से ही सुख और शांति प्राप्त होती है। प्रत्येक पंक्ति में भक्त माता से अपने मन और जीवन की शरण माँगता है, उनके चरणों में गिरने और उनकी इबादत करने की भावना प्रकट होती है। यह भजन श्रद्धालुओं को प्रेरित करता है कि जीवन में कठिनाइयाँ हों, पर माता की भक्ति और उनके नाम की शक्ति से हर विपत्ति से मुक्ति संभव है। भजन का स्वर भाव अत्यंत भावुक और आत्मिक है, जो सुनने वाले के हृदय को सीधे स्पर्श करता है।