धर्म कर्म घटता ही जाए
धर्म कर्म घटता ही जाए डोल रहा ईमान,
धर्म कर्म घटता ही जाए डोल रहा ईमान,
संकट मोचन संकट टालो करो विश्व कल्याण,
जय जय राम सिया राम बोलो राम,
जय जय राम सिया राम बोलो राम॥
सिया हरण जब हुआ सिया का पता लगाया,
लक्षमण को भी बचाने हेतु संजीवन ले आया,
इंसान के दिल में पनप रहा है देखो एक शैतान,
संकट मोचन संकट टालो करो विश्व कल्याण,
जय जय राम सिया राम बोलो राम,
जय जय राम सिया राम बोलो राम……….
राम की मुश्किल आसान करदी तुमने हर एक बार,
श्री राम का काम हर बार किया सहज स्वीकार,
इधर उधर चहु और लोग सब होने लगे बेई मान,
संकट मोचन संकट टालो करो विश्व कल्याण,
जय जय राम सिया राम बोलो राम,
जय जय राम सिया राम बोलो राम……….
लंका जला के बजरंग ने बल अपना दिखाया,
रावण को बल पे गर्व था तूने गर्व मिटाया,
बुरे का होता पतन सदा और सच्चे का उत्थान,
संकट मोचन संकट टालो करो विश्व कल्याण,
जय जय राम सिया राम बोलो राम,
जय जय राम सिया राम बोलो राम………..
धर्म कर्म घटता ही जाए डोल रहा ईमान,
धर्म कर्म घटता ही जाए डोल रहा ईमान,
संकट मोचन संकट टालो करो विश्व कल्याण,
जय जय राम सिया राम बोलो राम,
जय जय राम सिया राम बोलो राम......
श्रेणी : हनुमान भजन
Dharm Karm Ghatta Hi Jaaye I Hanuman Bhajan I KUMAR VISHU I Full Audio Song I Laal Laal Sindoor
"धर्म कर्म घटता ही जाए, डोल रहा ईमान" – यह भजन एक गहरी आध्यात्मिक चेतावनी और प्रार्थना है, जिसमें समाज की गिरती हुई नैतिकता और धार्मिकता की ओर संकेत करते हुए संकट मोचन श्री हनुमान जी से सहायता की पुकार की गई है। इस भजन को प्रसिद्ध भजन गायक कुमार विश्वास की भावपूर्ण आवाज़ में प्रस्तुत किया गया है, और यह विशेष रूप से वर्तमान समय की मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्थिति को उजागर करता है।
भजन की शुरुआत ही एक गंभीर सत्य से होती है – "धर्म कर्म घटता ही जाए, डोल रहा ईमान," यह पंक्ति आज के युग की सच्चाई को बयान करती है जहाँ लोग धर्म और सत्य के मार्ग से भटकते जा रहे हैं। ऐसे कठिन समय में भक्त हनुमान जी को पुकारता है कि वे संकटों को हरें और सम्पूर्ण विश्व का कल्याण करें।
हर अंतरे में हनुमान जी की लीलाओं का बखान करते हुए बताया गया है कि कैसे उन्होंने सिया हरण के बाद सीता माता का पता लगाया, लक्ष्मण के लिए संजीवनी लेकर आए, लंका जलाकर रावण के अहंकार का नाश किया, और राम कार्य को हर बार सहज रूप से स्वीकारा।
भजन यह संदेश देता है कि जब जब अधर्म बढ़ता है, जब जब मानव अपने धर्म और सत्य से भटकता है, तब तब संकट मोचन हनुमान जी जैसे महान देवता सामने आते हैं और समाज को राह दिखाते हैं।
आज के संदर्भ में यह भजन सिर्फ एक गीत नहीं, बल्कि एक चेतावनी और एक भावनात्मक गुहार है – कि हे हनुमान जी, इस अंधकारमय समय में अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें और मानवता की रक्षा करें।
"जय जय राम सिया राम बोलो राम" का बार-बार उच्चारण भजन में भक्ति की लहर पैदा करता है और हनुमान जी की श्री राम के प्रति निष्ठा को दर्शाता है।