करे जो नाश संकट का शनि देव शिगनापुर वाले
करे जो नाश संकट का शनि देव शिगनापुर वाले
जगा दे आस जीवन में शनि देव शिगनापुर वाले
मेरी ये जिन्दगी तेरी मेरी हर बंदगी तेरी
बुजे दीपक जलाए जो शनि देव शिगनापुर वाले
करे जो नाश संकट का शनि देव शिगनापुर वाले
तेरी दर जो दुखी आते हसी मुख पे वो ले जाते
डरे मुसीबत है जिनसे शनि देव शिगनापुर वाले
करे जो नाश संकट का शनि देव शिगनापुर वाले
मिले जिस को तेरी रेहमत बने बिगड़ी हुई किस्मत,
ये जग गुण्गाता है जिसका शनि देव शिगनापुर वाले
करे जो नाश संकट का शनि देव शिगनापुर वाले..
श्रेणी : शनि देव भजन
kr ke jo nasha sankat ka shani dev Shingnapur wale
यह भजन "करे जो नाश संकट का शनि देव शिंगणापुर वाले" एक अत्यंत भावपूर्ण और भक्तिपूर्ण रचना है, जो भगवान शनि देव की महिमा का गान करता है। यह भजन शनि देव के उस रूप की सराहना करता है जो शिंगणापुर में प्रतिष्ठित हैं और जिन्हें संकट नाशक देवता माना जाता है। भजन की पंक्तियों में स्पष्ट रूप से यह भावना झलकती है कि शनि देव न केवल भक्तों के दुखों का अंत करते हैं, बल्कि जीवन में आशा और प्रकाश भी भरते हैं।
इस भजन में शनि देव को संकटों का नाश करने वाला बताया गया है, जो अपने भक्तों के जीवन से अंधकार मिटाकर प्रकाश फैलाते हैं। उनकी कृपा से बुझा हुआ दीपक भी फिर से जल उठता है, और बिगड़ी हुई किस्मत संवर जाती है। यह भजन यह भी दर्शाता है कि जो भी दुखी उनके दरबार में आता है, वह लौटते समय प्रसन्नता और संतोष लेकर जाता है।
भजन का भाव अत्यंत श्रद्धा से भरा हुआ है और यह बताता है कि शिंगणापुर के शनि देव केवल न्याय के देवता नहीं, बल्कि करुणा और कृपा के प्रतीक भी हैं। यह रचना न केवल एक गीत है, बल्कि आस्था, विश्वास और समर्पण की एक झलक है जो हर शनि भक्त के मन को छू लेती है। यह भजन किसी भी भजन संध्या, सत्संग या धार्मिक आयोजन में गाया जा सकता है और यह निश्चित ही वातावरण को भक्तिमय बना देता है।