मैया का जादू है सर चढ़कर बोलेगा
भगत तू ना जइयो ना जइयो मैया वैष्णो के द्वार,
वहां पर बैठी है बैठी है हम सबकी पालनहार,
तू बन के बावरा कटरा की गलियों में घूमेगा,
मैया का जादू हैं सर चढ़कर बोलेगा......
जिसको आएगा बुलावा वो ही जा पाएगा,
उसको जाने से भला कोन रोक पाएगा,
जिसकी याद आए माँ को उसे ही बुलाती है,
झोलियाँ खुशियों से उसकी भर जाती है,
सच्ची है लगन तो संदेसा तेरे नाम आएगा,
मैया का जादू हैं....
माँ के दर्शन को जो यहां आते है,
भूलकर सारी दुनिया माँ के बन जाते है,
सारे रिश्तो से बढ़कर रिश्ता बन जाता है,
माँ के दर्शन से ही पाप कट जाता है,
दरबार की ऐसी शोभा है तू वही रम जाएगा,
मैया का जादू हैं......
माँ के मुखड़े पे लट ये घुंघराली,
ऐसे बिखरी जैसे घटा हो काली,
उठे जो पलके भोर हो जाती,
झुके जो पलके रात ढल जाती,
ममतामई चेहरा माँ का तू कश्मीर में देखेगा,
मैया का जादू हैं.......
भगत तू ना जइयो ना जइयो मैया वैष्णो के द्वार.....
मैया का जादू हैं......
श्रेणी : दुर्गा भजन
मैया का जादू है सर चढ़कर बोलेगा - maiya ka jadu hai sar chad kar bolega Bhajan
मैया का जादू है सर चढ़कर बोलेगा" — यह भजन एक भक्त की उस भावनात्मक यात्रा को दर्शाता है, जो माता वैष्णो देवी के दरबार तक पहुँचती है। इस दुर्गा भजन में भाव, भक्ति और आस्था की गहराई इतनी है कि सुनते ही श्रोता माता रानी की कृपा में डूब जाता है। यह केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है — जो कटरा की गलियों से लेकर भव्य वैष्णो देवी दरबार तक भक्त को मानसिक रूप से ले जाता है।
भजन की शुरुआत में ही भक्त से कहा गया है — "भगत तू ना जइयो मैया वैष्णो के द्वार..." — यह वाक्य एक उलझन सा लगता है, लेकिन अगले ही क्षण वह स्पष्ट करता है कि जो एक बार कटरा पहुँच गया, उसके मन से मायका नहीं उतरता, क्योंकि मैया का जादू सर चढ़कर बोलता है।
इस रचना में यह भी सटीकता से समझाया गया है कि मैया के दरबार में जाना किसी आम यात्रा की तरह नहीं होता, वहाँ केवल वही जाता है जिसे बुलावा आता है। माँ अपने भक्त को पहचानती है, और जब वह बुलाती है तो संसार की कोई शक्ति उसे रोक नहीं सकती।
भजन आगे माँ के सौंदर्य, ममता और दरबार की दिव्यता का वर्णन करता है — घुँघराली लटें, भोर जैसी पलके, रात सी शांत छाया, और कश्मीर जैसा मुखड़ा, यह सब माता वैष्णो के सौंदर्य और आभा को दर्शाता है। यहाँ हर शब्द माँ के लिए प्रेम और सम्मान से भरा है।