राम जप ले मना राम जप ले
राम जप ले मना राम जप ले,
ओ बंदे जप ले तू राम जी का नाम जे तू मना पार लगना,
राम तार दिंदे फड् के बांह जे तू मना पार लगना,
पापियाँ नु तारे ओह ज़िंदगी सवार दे,
दुखड़े वेहड़े राम पला विच तार दे,
हुन बन जा तू नेक इंसान जे तू मना पार लगना,
राम नाम जप्या आ धने जट ने ,
कट ते चौरासी ओहदे पाप सारे हर ले,
ओहने पथरा च राम लिया पार जे तू मना पार लगना,
मना राम जप ले....
धिया ते पुत्रा ने कुज नहीं बनना,
खाली हाथ आये बंदे खाली तुर चलना,
जमा लेना पल पल ओहि हिसाब जे तू मना पार लगना,
मना राम जप ले....
श्रेणी : राम भजन
राम जप ले मना राम जप ले, Raam Jap Le Mana Raam Jap Le
राम जप ले मना राम जप ले" एक अत्यंत प्रेरणादायक और आत्मा को झकझोर देने वाला राम भजन है, जो जीवन के असली सत्य और राम नाम की महिमा को सरल लेकिन गहरे शब्दों में उजागर करता है। यह भजन एक प्रकार की चेतावनी और सच्चे मार्ग की ओर बुलावा है, जहाँ राम नाम ही जीवन की नैया पार लगाने का साधन है।
भजन की शुरुआती पंक्ति — "राम जप ले मना राम जप ले, ओ बंदे जप ले तू राम जी का नाम..." — सीधे मनुष्य के अंतर्मन से संवाद करती है। इसमें बताया गया है कि अगर मनुष्य सच में इस जीवनसागर से पार उतरना चाहता है, तो उसे राम का नाम ही पकड़ना होगा। यह नाम इतना शक्तिशाली है कि पापियों को तार देता है, दुखों को हर लेता है और जीवन की दिशा ही बदल देता है।
भजन में राम के भक्त धन्ना जाट का भी उदाहरण दिया गया है, जिसने राम नाम के सहारे अपने सभी पापों से मुक्ति पाई और पत्थर में भी भगवान को पा लिया। यह दर्शाता है कि राम नाम केवल एक उच्चारण नहीं, बल्कि वह ऊर्जा है जो पत्थर जैसे हृदय को भी भक्तिभाव से भर सकती है।
इसके साथ ही भजन जीवन की कठोर सच्चाइयों को भी उजागर करता है — "धिया ते पुत्रा ने कुज नहीं बनना, खाली हाथ आये बंदे खाली तुर चलना..." — यह समझाता है कि सांसारिक मोह-माया अंततः कुछ नहीं, इसलिए असली पूंजी केवल राम नाम है जिसे हमें हर पल जोड़ना चाहिए।