जोड़ी को जवाब नहीं
महारा रे बाला जी सालासर वाला,
सालासर वाला ये तो मेहंदीपुर वाला,
खाटू वाला बाबा श्याम के जोड़ी को जवाब नहीं,
महरो रे बाला जी माँ अंजनी को लालो,
एहलवती को लालो श्याम के जोगी को जवाब नहीं,
लाल लंगोटो सोहे बाला जी के तन पे,
केसरियां पागो पहने श्याम के जोड़ी को जवाब नहीं
हाथ में घोटो महारे बाला जी के सोहे,
तीन वानधारी बाबो श्याम के जोड़ी को जवाब नहीं,
संकट मोचन महारा बालाजी कुहावे,
हारे को साथी बाबा श्याम के जोड़ी को जवाब नहीं,
श्रेणी : हनुमान भजन
क्या आपको पता है हनुमान जी और श्याम जी का राज़ | Mayank Agarwal
यह भजन "जोड़ी को जवाब नहीं" एक अत्यंत भावनात्मक और भक्तिमय रचना है, जिसमें भगवान हनुमान जी (बाला जी) और खाटू श्याम बाबा की जोड़ी की महिमा का अद्भुत वर्णन किया गया है। इस भजन को Mayank Agarwal द्वारा रचा गया है, जिन्होंने अपने शब्दों के माध्यम से भक्तों की आस्था और श्रद्धा को बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है।
इस भजन में बाला जी को सालासर वाले, मेहंदीपुर वाले और माँ अंजनी के लाल के रूप में पुकारा गया है, वहीं श्याम बाबा को खाटू वाले, एहलवती का लाल और तीन बाणधारी के रूप में दर्शाया गया है। भजन के हर पद में दोनों देवों की झलकियों को जोड़कर बताया गया है कि इनकी जोड़ी का संसार में कोई मुकाबला नहीं। यह भजन केवल शब्दों का मेल नहीं, बल्कि यह एक सजीव चित्र है—जिसमें लाल लंगोट, केसरिया पाग, हाथ में घोटा, संकट मोचन और हारे के साथी जैसे विशेषण भक्तों को आत्मिक संतोष देते हैं।
इस भजन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह सिर्फ स्तुति नहीं, बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव का माध्यम है। जब कोई भक्त इस भजन को सुनता है या गाता है, तो उसे लगता है कि बाला जी और श्याम बाबा स्वयं सामने उपस्थित हैं।
Mayank Agarwal ने यह भजन लिखकर यह सिद्ध कर दिया कि श्रद्धा और भक्ति जब कलम से झलकती है, तो वो रचना केवल शब्द नहीं रह जाती—वो एक अनुभूति बन जाती है। यह भजन निश्चित रूप से हनुमान और श्याम जी के भक्तों के हृदय को छू जाने वाला है।