आना आना ओ कन्हैया मेरे हृदय में आ जाना
आना आना ओ कन्हैया, मेरे हृदय में आ जाना
आना आना ओ कन्हैया, मेरे हृदय में आ जाना
आना आना
मेरे हृदय में बस करके मोहन, मेरे दिल में समा जाना
आना आना ओ कन्हैया,मेरे हृदय में आ जाना
आना आना
जब से तुम्हें श्याम देखा है, चाहत मन में जगने लगी
चाहत बनी एक दिन ऐसी, दिल में कली सी खिलने लगी
यह प्यार मेरा समझ कर,
मुझको भी अपना बना कर, मुझको गले से लगा जाना
आना आना ओ कन्हैया, मेरे हृदय में आ जाना
आना आना
मेरी नजर में तेरी सूरत समाई रहती प्रभु
तेरी महक श्याम मुझ में, हर सांस मेरी कहती प्रभु
दीवाना मैं हो रहा हूं, सुख चैन सब खो रहा हूं
यह प्यार और बढ़ा जाना
आना आना ओ कन्हैया, मेरे हृदय में आ जाना
आना आना
तुम बिन जिया नहीं लगे, कैसे जियु मैं तुम ही कहो
कहता रवि यह प्रभु से, अब दूर मुझसे तुम ना रहो
कुछ तो तरह से मुझ पर खाके, है श्याम अब पास आके
अपना मुझे तुम बन जाना
आना आना
आना आना ओ कन्हैया, मेरे हृदय में आ जाना
आना आना ओ कन्हैया, मेरे हृदय में आ जाना
आना आना
मेरे हृदय में बस करके मोहन, मेरे दिल में समा जाना
आना आना ओ कन्हैया, मेरे हृदय में आ जाना
आना आना
यह भी देखें : मेरी चुनरी पे छपवा देने पिया
श्रेणी : कृष्ण भजन