मईया तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है
मईया तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है,
बेसहारो का सहारा तेरा दरबार हैं,
तेरी है शान निराली, खाली न जाए सवाली,
जिसने हे जो भी मांगा, भरती है उसकी झोली,
खाली होता कभी न तेरा भंडार है।।
ऊचा है नाम तेरा,सच्चा है नाम तेरा,
मां गिरते को उठाना,सदा ही काम तेरा,
तेरे होते हुऐ किऊं बंदा लाचार है।।
दर दर से ठोकर खा के, आया हूं दर पर तेरे,
बता दे जाऊं कहां मैं, ओ पालन हारी मेरी,
तेरे भक्तो का तुझको नमस्कार हैं।।
श्रेणी : दुर्गा भजन
#bhajan# lyrics#🎤🙏 मईया तेरे ही भरोसे मेरा परिवार हैं🙏जय मां🙏
यह भजन "मईया तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है" माँ दुर्गा की करुणा, ममता और आश्रय की भावना से ओतप्रोत एक बेहद मार्मिक और भक्तिभाव से भरा हुआ भजन है। इसमें भक्त माँ से अपनी पूरी आशा और आस्था के साथ प्रार्थना करता है, कि उसका परिवार, उसका जीवन — सब कुछ मईया के भरोसे ही टिका है।
यह भजन दर्शाता है कि माँ दुर्गा का दरबार उन बेसहारों का सच्चा सहारा है, जिन्हें दुनिया ने ठुकरा दिया हो। भक्त बड़े विश्वास से कहता है कि जिसने भी माँ से सच्चे मन से कुछ माँगा है, माँ ने उसकी झोली खाली नहीं लौटाई। माँ का भंडार कभी खाली नहीं होता, और उनका नाम हमेशा ऊँचा और सच्चा रहता है।
भजन की हर पंक्ति माँ के प्रेम, शक्ति और कृपा को दर्शाती है — यह बताता है कि माँ का काम ही है अपने बच्चों को हर संकट से उबारना। जब दुनिया के सारे दरवाज़े बंद हो जाते हैं, तब माँ का दरबार ही एकमात्र आश्रय बन जाता है।
यह भजन उन सभी के लिए एक संबल है, जो जीवन की कठिनाइयों में माँ को पुकारते हैं। इसके बोल सरल हैं लेकिन भाव अत्यंत गहरे हैं। नवरात्रि, दुर्गा अष्टमी या किसी भी देवी पूजन के अवसर पर यह भजन वातावरण को भक्ति और श्रद्धा से भर देता है। इसे सुनते ही मन माँ की गोद में सुरक्षित होने का अनुभव करता है।
यह भजन भक्तों की आस्था का सजीव चित्र है — एक ऐसा गीत, जो हृदय को माँ की ममता से जोड़ देता है।