सारा सारा दिन तुम काम करोगे राम कब कहोगे
सारा सारा दिन तुम काम करोगे राम कब कहोगे,
रात को तुम आराम करोगे राम कब कहोगे,
दिन सारा बातों में बीता रात गई सोने में,
खूब कमाई धन दौलत व्यर्थ पड़े रोने में,
अब तो जागो सोने वालों राम कब कहोगे,
हरि के नाम बिना जीवन में बात नहीं बन पाई,
पैसा लगे ना कोई यह दौलत है व्यर्थ गंवाई,
समय नहीं बाकी जीवन में, राम कब कहोगे,
ऐसा समय भी आएगा आवाज भी ना निकलेगी,
और कोई साथी ना मिलेगा राम की यादआएगी,
कर लो जीवन शुद्धअभी से, राम कब कहोगे,
श्रेणी : हनुमान भजन
|| हनुमान जन्मोत्सव भजन लिरिक्स|| 🙏सारा सारा दिन तुम काम करोगे , राम कब कहोगे 💯💯 सुनकर आनंद आ जाएगा
यह भजन “सारा सारा दिन तुम काम करोगे, राम कब कहोगे” एक अत्यंत भावपूर्ण और आत्मचिंतन से भरा हुआ हनुमान भजन है, जो हर व्यक्ति को जीवन की सच्चाई से रूबरू कराता है। यह भजन बताता है कि हम दिन-रात संसारिक कार्यों में उलझे रहते हैं—धन, दौलत, नाम, प्रतिष्ठा के पीछे भागते हैं—लेकिन राम नाम की ओर ध्यान नहीं देते। इसकी रचना किसी अनुभवी संत, कवि या भक्त ने बड़ी सूझबूझ से की है, जिसमें सरल भाषा में गहरी आध्यात्मिक बात कही गई है। इसमें जीवन की क्षणभंगुरता, धन की नश्वरता और भगवान के नाम की महिमा को बहुत प्रभावशाली ढंग से बताया गया है। हर पंक्ति एक प्रश्न की तरह हमारे हृदय को झकझोरती है और कहती है कि अगर अभी भी नहीं जगे, तो अंत समय में पछताना पड़ेगा। यह भजन हमें प्रेरित करता है कि हम अपने जीवन को भगवान के नाम से जोड़ें, क्योंकि अंततः वही एकमात्र साथ देने वाला है। यह भजन हनुमान जन्मोत्सव जैसे पावन अवसर पर गाया जाता है, और सुनने वाले के मन में राम भक्ति की भावना को जाग्रत कर देता है। इसकी सादगी और सारगर्भिता ही इसे इतना प्रभावशाली बनाती है।