श्री राम का बाजे डंका घूम हनुमान लंका
श्री राम का बाजे डंका, घूम हनुमान लंका,
जय जय राम सिया राम, जय जय राम सिया राम,
उड़े रे हनुमत संग पवन, सुरसा मुख में किया गमन,
राक्षसी सुरसा को हुआ रे अचंभा,,,,,
सागर पार लांघ कर जाए लंकिनी नाम राक्षसी आए,
सूक्ष्म रूप धरि लंकिनी मारा, हुआ रे अचंभा,,,,
पहुंचे लंका वाटिका आए राम संदेश सीता को सुनाएं,
देख अंगूठी सीता जी को हुआ रे अचंभा,,,,,
रावण देख के जब थर्राया, हनुमत पूंछ में आग लगाया,
जलती लंका देख विभीषण, हुआ रे अचंभा,,,,
श्रेणी : हनुमान भजन
|| हनुमान जी भजन लिरिक्स || श्री राम का बजे डंका,💯 घूमें हनूमान लंका, वायरल भजन बिल्कुल नया
"श्री राम का बाजे डंका, घूम हनुमान लंका" एक शक्तिशाली और जोश से भरा हुआ हनुमान भजन है, जो प्रभु श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी की अद्भुत वीरता, भक्ति और पराक्रम का बखान करता है। इस भजन में सुंदरकांड की घटनाओं को सरल और लयात्मक शैली में पिरोया गया है, जिससे भक्तों को श्रीराम की लीला और हनुमान जी की महिमा का अनुभव होता है।
भजन की शुरुआत ही इस भाव से होती है कि "श्री राम का बाजे डंका, घूम हनुमान लंका," – यह पंक्ति न केवल प्रभु राम की विजय का उद्घोष करती है, बल्कि हनुमान जी के पराक्रम का बिगुल भी है। जब राम का नाम लंका में गूंजता है, तो यह रावण के अहंकार को तोड़ने की शुरुआत बन जाता है।
हर पद में हनुमान जी की लीला का एक अध्याय सामने आता है —
सुरसा का सामना हो, लंकिनी का पराजय, सीता माता को राम की अंगूठी देना या फिर लंका में आगजनी — हर दृश्य को ऐसे गाया गया है कि जैसे आँखों के सामने घटित हो रहा हो।
"सूक्ष्म रूप धरि लंकिनी मारा, हुआ रे अचंभा" — यह बताता है कि कैसे हनुमान जी ने अपनी बुद्धि और शक्ति दोनों का अद्भुत प्रयोग किया।
"पहुंचे लंका वाटिका आए, राम संदेश सीता को सुनाएं," — यह साक्षात प्रेम और भक्ति का प्रतीक है।
"जलती लंका देख विभीषण, हुआ रे अचंभा" — इसमें हनुमान जी की रणनीति, साहस और प्रभु-प्रेम की झलक मिलती है।
यह भजन ना सिर्फ बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को प्रेरणा देता है, बल्कि यह दर्शाता है कि जब भी भक्त अपने आराध्य पर सच्चे मन से भरोसा करता है, तो असंभव भी संभव हो जाता है। इसकी रचना ऐसी है कि इसे कीर्तन, भजन संध्या, या राम कथा के अवसरों पर बड़े भाव से गाया जा सकता है।
संक्षेप में, यह भजन एक लयबद्ध महागाथा है हनुमान जी की भक्ति, बहादुरी और श्रीराम के नाम की महिमा की। इसे सुनते ही मन गर्व और भक्ति से भर उठता है।