श्याम प्रभु का प्यारा दरबार
तर्ज - आहा टमाटर बड़े मजेदार
श्याम प्रभु का प्यारा दरबार,
खाटू वाले का प्यारा दरबार,
एक दिन में तो घर से निकला जाने को तो खाटू धाम,
बोल रहा था जोर-जोर से जय जय बाबा खाटू श्याम,
मिलने का था मुझको इंतजार खाटू वाले का प्यारा दरबार,
रिंग्स में तो पहुंच गया हाथों में निशान लिया ,
लेते ही निशान हाथ में बाबा ने हाथ थाम लिया,
मिलेंगे का बाबा श्याम मैं हूं बेकरार खाटू वाले का प्यारा दरबार,
लकी को देखकर खाटू बाबा मुस्कुराया है ,
आकर के फिर उसने तो सिर्फ हाथ फिराया है ,
मुझे है श्याम से प्यार खाटू वाले का प्यारा दरबार,
Lyrics - lucky Shukla
श्रेणी : खाटू श्याम भजन

"श्याम प्रभु का प्यारा दरबार" एक अत्यंत भावुक और आनंददायक भजन है, जिसे लकी शुक्ला जी ने अपनी श्रद्धा और प्रेम से लिखा है। इस भजन में भक्त के खाटू श्याम जी के प्रति प्रेम, उत्साह और भावनाओं का सुंदर वर्णन किया गया है। 'आहा टमाटर बड़े मजेदार' की तर्ज पर गाया गया यह भजन, एक हल्के-फुल्के और आनंददायक अंदाज में खाटू धाम यात्रा के अद्भुत अनुभव को जीवंत कर देता है। इसमें भक्त के हर्षोल्लास का चित्रण है, जब वह घर से निकलकर खाटू धाम की ओर रवाना होता है और पूरे जोश के साथ "जय जय बाबा खाटू श्याम" के जयकारे लगाता है। भजन में यह भी बताया गया है कि रिंगस पहुंचकर भक्त ने निशान लिया और निशान लेते ही बाबा श्याम ने जैसे उसका हाथ थाम लिया हो, यह भावनात्मक अनुभूति श्रोता को गहरे स्तर पर छूती है। अंत में लकी शुक्ला जी ने यह भी दर्शाया कि कैसे खाटू बाबा ने मुस्कुराकर अपने भक्त पर कृपा दृष्टि डाली और आशीर्वाद दिया। यह भजन न सिर्फ खाटू श्याम के प्रति अपार प्रेम को प्रकट करता है, बल्कि भक्त और भगवान के बीच के आत्मिक संबंध को भी अत्यंत सरल और प्रभावी भाषा में सामने लाता है। "श्याम प्रभु का प्यारा दरबार" निश्चित रूप से श्याम प्रेमियों के दिलों में विशेष स्थान बना लेने वाला एक मधुर भजन है।