दुनियाँ खाटू नै चाली
श्याम तेरे धाम की महिमा छाई, रे या खाटू में धूम मचायी,
हो पल में काम यें उनके बनजा, जिसने आस तेरे से लगायीं,
देख यो नजारा, लागे घना प्यारा,
दिला में बात या चाली,
बाबा तेरे नाम की मस्ती, भगतां पे या चढ़ी कसूती, या दुनियाँ खाटू नै चाली...
बाबा म्हारा लखदातारी, पल में काम बना दे,
टूटी-फूटी किस्मत ने, यों श्याम मेरा चमका दे,
हारे का सहारा, यों श्याम हमारा,
हैं तू कलयुग का अवतारी,
बाबा तेरे नाम की मस्ती, भगतां पे या चढ़ी कसूती, या दुनियाँ खाटू नै चाली...
श्याम धनी तेरे नाम का डंका, सारे जग में बाजै,
सबके संकट दूर यें हो जा, मोर छड़ी जब लागै,
श्याम तेरा मुखड़ा, चाँद का टुकड़ा,
कसूती गाला पै लाली,
बाबा तेरे नाम की मस्ती, भगतां पे या चढ़ी कसूती, या दुनियाँ खाटू नै चाली....
श्रृंगार तेरा यो गजब लगे, औऱ माथे ऊपर टिका
खाटू की सरकार के आगे, लन्दन भी सै फीका,
यें कुंडल साजे, मुकुट विराजे, हैं तेरी शान निराली,
बाबा तेरे नाम की मस्ती, भगतां पे या चढ़ी कसूती, या दुनियाँ खाटू नै चाली,
श्याम तेरे दर्शन खातिर, या दुनियाँ खूब सै आई,
छप्पन भोग चढ़ावे तेरे, तने खवावे दूध मलाई,
मोहित भी आवे, यो तने मनावे, सै तू भगतां का रखवाली,
बाबा तेरे नाम की मस्ती, भगतां पे या चढ़ी कसूती, या दुनियाँ खाटू नै चाली...!!!
श्रेणी : खाटू श्याम भजन
Duniya Khatu Ne Chali || दुनियाँ खाटू नै चाली || मोहित गोयल || Mohit Goyal || खाटू श्याम भजन ||
"दुनियाँ खाटू नै चाली" एक अत्यंत भावपूर्ण और भक्ति से ओतप्रोत खाटू श्याम भजन है, जिसे प्रसिद्ध भजन गायक मोहित गोयल ने अपनी मधुर वाणी से प्रस्तुत किया है। इस भजन में श्याम बाबा की खाटू नगरी की महिमा का वर्णन बड़े ही सुंदर और जीवंत शब्दों में किया गया है। भजन की पंक्तियाँ इस भाव को प्रकट करती हैं कि आज की दुनिया खाटू की ओर खिंची चली आ रही है, क्योंकि वहीं पर भक्तों के सारे कष्टों का निवारण होता है।
भजन में यह स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है कि श्याम बाबा पल भर में भक्तों की टूटी-फूटी किस्मत को संवार सकते हैं। उनके दरबार की शोभा, श्रृंगार, माथे का तिलक और मुकुट – सब कुछ दिव्य और अनुपम है। यहाँ तक कहा गया है कि लंदन जैसी आधुनिक नगरी भी खाटू धाम के सामने फीकी लगती है। श्याम का मुखड़ा चाँद के टुकड़े जैसा बताया गया है, और उनकी मुस्कान में अपार आकर्षण है।
यह भजन न सिर्फ एक गीत है, बल्कि श्याम प्रेमियों के लिए आस्था, श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है। इसकी एक-एक पंक्ति भक्तों को भाव-विभोर कर देती है। भजन के माध्यम से श्रोताओं को यह अनुभव होता है कि खाटू श्याम बाबा न केवल भक्तों की पुकार सुनते हैं, बल्कि हर युग में उनके रक्षक और सहारा बने रहते हैं।
"दुनियाँ खाटू नै चाली" भजन इस बात का प्रमाण है कि जब भक्ति सच्ची हो और भावना गहरी हो, तो भगवान स्वयं भक्तों की ओर आकर्षित हो जाते हैं। मोहित गोयल की आवाज़ और शब्दों का चयन इस भजन को और भी प्रभावशाली बनाता है, जो सीधे हृदय में उतरता है और श्याम बाबा की भक्ति में डूब जाने को विवश कर देता है।