कृपा सांवरे तेरी कृपा सांवरे तू दे रहा है
( तरज - शुकर साँवरे तेरा )
कृपा सांवरे तेरी कृपा सांवरे,
तू दे रहा है प्यार सांवरे ...
कृपा ये तेरी जब से मुझे पे हुई है,
दया की तेरी बाबा कमी ही नहीं है,
तूने दिया है बेशुमार सांवरे,
कृपा सांवरे तेरी कृपा सांवरे ....
हारे हुए का तुमने हाथ है थामा,
तुम कृष्ण मेरे और मैं हूं सुदामा,
महका हुआ है ये इतर सांवरे,
कृपा सांवरे तेरी कृपा सांवरे ....
काबिल नहीं था फिर भी अपनाया,
तेरे साथ ने हमको जीना सीखा या,
लक्की की तुझको फिकर सांवरे,
कृपा सांवरे तेरी कृपा सांवरे ....
Lyrics - lucky Shukla
श्रेणी : खाटू श्याम भजन

यह भजन "कृपा सांवरे तेरी कृपा सांवरे" श्याम भक्तों के दिल को छू जाने वाला एक भावनात्मक और सच्चे प्रेम से भरा हुआ खाटू श्याम भजन है। इस रचना को लक्की शुक्ला ने लिखा है और इसकी भावनाएं इतनी गहन हैं कि हर शब्द सीधे हृदय में उतर जाता है।
भजन की हर पंक्ति श्याम बाबा की अनंत कृपा, प्रेम और दया को दर्शाती है। जब भजनकार कहता है "तू दे रहा है प्यार सांवरे", तो यह केवल एक पंक्ति नहीं, बल्कि एक भक्त का अनुभव है जो उसने अपने जीवन में श्याम की कृपा से पाया है।
यह गीत बताता है कि कैसे सांवरे ने उस व्यक्ति को अपनाया जो काबिल भी नहीं था, कैसे उसने हारे हुए का हाथ थामा, और कैसे उसका प्रेम एक सुदामा को भी श्रीकृष्ण बना देता है। भजन यह भी बताता है कि श्याम की कृपा बिना मांगे ही मिलती है — बेशुमार, बेइंतिहा और सच्चे दिल से।
"लक्की की तुझको फिकर सांवरे" जैसी पंक्तियाँ न केवल श्याम के और भक्त के बीच के रिश्ते को उजागर करती हैं, बल्कि यह भरोसा भी देती हैं कि श्याम हर उस भक्त के साथ हैं जो उन्हें सच्चे दिल से पुकारता है।
यह भजन न सिर्फ शब्दों का संगम है, बल्कि यह श्याम प्रेमियों की आत्मा की पुकार है। इसे सुनना एक ऐसी आध्यात्मिक यात्रा जैसा है, जिसमें भक्त अपने सारे दुख, थकान और संघर्ष भुलाकर श्याम बाबा की गोद में सुकून पा जाता है।
यह भजन उन सभी के लिए है जो जीवन की आपाधापी में श्याम की कृपा की झलक ढूंढ रहे हैं। यह गीत उन्हें भावनात्मक सहारा देता है और यह विश्वास दिलाता है कि सांवरे की कृपा अनंत है, बस नीयत सच्ची होनी चाहिए।