लोंका नूं मान पावरां दा, lokkan nu maan pawran da
लोंका नूं मान पावरां दा,साडी पावर राधा रानी,
जित्थे कोई करदा ना,उत्थे करदी श्यामा प्यारी,
लोंका नूं....
ओ आप वकील बणें,ओर आपे जज बणं जांदी,
जिंदगी वाड़ी अदालत च,बणं के आप गवाहा खड़ जांदी,
ओ आप जीता देंदी,पल्ले किद पे जावंण हारां,
लोंका नूं मान पावरां दा,साडी पावर राधा रानी,
जित्थे कोई करदा ना,उत्थे करदी श्यामा प्यारी,
लोंका नूं....
अस्सी झुक के जोर लाया,ना है जांदा नाम वटाया,
ओंनूं कोंण मिटाऊगा,जीनूं आपने आणं बचाया,
बिन मगेया मुरादा पुरी,ना साडा ओदे बिना गुज़ारा,
लोंका नूं मान पावरां दा,साडी पावर राधा रानी,
जित्थे कोई करदा ना,उत्थे करदी दी राधा रानी,
लोंका नूं....
सुणं ले पागला गल ऐ कम दी,बिन प्यारी दे नहि है सरदी,
धसका चल चल बरसाने चलिये लोंका दे,
लोंका नूं मान पावरां दा,साडी पावर राधा रानी,
जित्थे कोई करदा ना,उत्थे करदी श्यामा प्यारी,
लोंका नूं....
बाबा धसका पागल पानीपत
संपर्कं सुत्र -7206526000
श्रेणी : कृष्ण भजन
यह भजन "लोंका नूं मान पावरां दा" एक अत्यंत भावनात्मक और शक्तिशाली भक्ति गीत है, जिसे प्रसिद्ध भजन गायक बाबा धसका पागल पानीपत द्वारा प्रस्तुत किया गया है। इस भजन में राधा रानी की महिमा का अद्भुत चित्रण किया गया है। गीत यह बताता है कि जब दुनिया के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं, तब राधा रानी स्वयं आगे आकर अपने भक्तों की रक्षा करती हैं।
इस भजन की सबसे खास बात यह है कि इसमें राधा रानी को शक्ति, न्याय और करुणा की मूर्ति बताया गया है। वे न केवल भक्त की वकील बनती हैं, बल्कि जज भी बनकर न्याय करती हैं और खुद ही गवाह बनकर उसे जीत दिला देती हैं। इस गहरे भाव के साथ भजन यह भी दर्शाता है कि सच्चे प्रेम और भक्ति में राधा रानी का स्थान सर्वोपरि है – उनसे बड़ा कोई सहारा नहीं।
भजन की पंक्तियाँ जैसे – "लोंका नूं मान पावरां दा, साडी पावर राधा रानी" यह संदेश देती हैं कि अगर कोई शक्ति पर विश्वास करता है, तो राधा रानी ही वह शक्ति हैं जो नामुमकिन को मुमकिन बना देती हैं।
बाबा धसका पागल जी के स्वर, भाव और शब्दों की गहराई इस भजन को और भी प्रभावशाली बनाती है। यह सिर्फ एक गीत नहीं बल्कि भक्त और ईश्वर के बीच अटूट रिश्ते की अभिव्यक्ति है।
इस भजन को सुनते हुए ऐसा लगता है मानो स्वयं राधा रानी हमारे दुखों को दूर करने के लिए हमारे पास आ रही हों। यह भजन उन सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा है जो भक्ति में शक्ति और प्रेम की खोज करते हैं।