तेरा नाम लेके लाड़ली जीवन संवर गया है
तेरा नाम लेके लाड़ली जीवन संवर गया है,
मुझ जैसे खोटे सिक्के को डॉलर बना दिया है,
तेरा नाम लेके लाड़ली ........
जबसे लिया है आसरा मैंने राधा नाम का,
तबसे मिला है वास मुझे बरसाना धाम का,
बरसाना धाम का.........
तेरी कृपा का हर पल मैंने एहसास कर लिया है,
तेरा नाम लेके लाड़ली जीवन संवर गया है,
जितना भटकना था हमें उतना भटक लिए हैं,
जीना तेरे ही नाम पर मरना तेरे लिए है,
मरना तेरे लिए है...........
अब तो तेरे ही चरणों में सर अपना रख दिया है,
तेरा नाम लेके लाड़ली जीवन संवर गया है,
विनती है इतनी आपसे छूटे नहीं ये दर,
तेरी गोद में सदा को सो जाऊं रख के सर,
सो जाऊं रख के सर.........
महारानी तेरी कृपा का पल पल शुक्रिया है,
तेरा नाम लेके लाड़ली जीवन संवर गया है,
श्रेणी : कृष्ण भजन
Radha Ji Bhajan | तेरा नाम लेके लाड़ली | Tera Naam Leke Ladli | Brij Rasik Maharani Sakhi | Full HD
यह भजन "तेरा नाम लेके लाड़ली जीवन संवर गया है" एक अत्यंत भावपूर्ण और भक्ति से परिपूर्ण कृष्ण भजन है, जो राधा रानी की महिमा का अत्यंत सुंदर वर्णन करता है। इस भजन में एक भक्त की भावना, उसकी श्रद्धा और अपने जीवन में राधा नाम की कृपा से हुए परिवर्तन को हृदयस्पर्शी शब्दों में प्रस्तुत किया गया है। यह भजन दर्शाता है कि कैसे एक साधारण और भटकता हुआ जीव जब राधा रानी के चरणों में शरण लेता है, तो उसका जीवन रूपी सिक्का भी मूल्यवान बन जाता है। भजन में यह गहराई से दर्शाया गया है कि राधा नाम का जाप करने से जीवन सुधरता है, भटकाव मिटता है और आत्मा को शांति मिलती है।
इस भजन की रचना Brij Rasik Maharani Sakhi Ji द्वारा की गई है, जो अपनी रचनाओं में राधा-कृष्ण की लीलाओं और प्रेम रस को अत्यंत कोमलता और भावनात्मक गहराई से प्रस्तुत करती हैं। भजन की पंक्तियाँ — "तेरा नाम लेके लाड़ली जीवन संवर गया है, मुझ जैसे खोटे सिक्के को डॉलर बना दिया है" — यह दर्शाती हैं कि भक्त के जीवन में राधा रानी का नाम एक दिव्य प्रकाश बनकर उभरता है। इसके अलावा, "अब तो तेरे ही चरणों में सर अपना रख दिया है" जैसी पंक्तियाँ पूर्ण समर्पण का प्रतीक हैं। यह भजन न केवल भक्त को भक्ति मार्ग पर अग्रसर करता है, बल्कि उसमें आत्मिक बल और आनंद का संचार भी करता है।
यह भजन विशेष रूप से उन सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणास्रोत है जो प्रेम, विश्वास और समर्पण के साथ राधा रानी की भक्ति करना चाहते हैं। इसकी हर पंक्ति में भक्त और राधा रानी के बीच की आत्मिक जुड़ाव की गूंज सुनाई देती है। यह भजन यकीनन एक दिव्य अनुभूति प्रदान करने वाला है।