राम दीवाने राम के प्यारे राम भजन में रहते है
तरज - प्राइवेट
राम दीवाने राम के प्यारे राम भजन में रहते है,
दुनिया से ना लेना देना राम ही राम ये कहते हैं,
मेरे बजरंगी की बात निराली राम धुन में रहते हैं,
शक्ति याद दिलाए जब तुम को पर्वत कार बन गए,
राम का नाम लेकर बाला समुद्र को तुम लाग गए,
केसरी नंदन वीर ये भक्तों के साथ मे रहते हैं,
राम दीवाने राम के प्यारे ...
संजीवनी लेने गए थे प्रभु जी पर्वत को लेकर आए हैं,
सब कहे तुम वीर बजरंगी लक्ष्मण प्राण बचाए हैं,
राम कहते हे अंजनी लाल भय को दूर कर देते हैं,
राम दीवाने राम के प्यारे ...
माता ने जब माला दिनी माला को तोड़ दिया,
राम सिया का दरस करा के प्रभु से रिश्ता जोड़ लिया,
पवन पुत्र भक्तों के प्यारे लकी पर कृपा रखते हैं,
राम दीवाने राम के प्यारे ...
Lyrics - lucky Shukla
श्रेणी : हनुमान भजन

यह भजन “राम दीवाने राम के प्यारे” हनुमान जी की भक्ति और राम नाम के प्रेम में डूबे भावों का अनुपम संगम है। Lucky Shukla द्वारा लिखित यह रचना तर्ज “प्राइवेट” पर आधारित है, और इसमें भक्ति, शक्ति, और समर्पण के भावों को बड़े ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
इस भजन में हनुमान जी के उन गुणों का वर्णन किया गया है जो उन्हें रामभक्तों में सबसे विशेष बनाते हैं। “राम दीवाने राम के प्यारे” – ये पंक्ति ही बताती है कि हनुमान जी का जीवन, उद्देश्य और समर्पण सिर्फ और सिर्फ श्रीराम के लिए है। वे राम भजन में इतने लीन रहते हैं कि उन्हें दुनिया की कोई चिंता नहीं रहती।
भजन में कई दिव्य प्रसंगों को याद दिलाया गया है – जैसे जब हनुमान जी ने पर्वत उठाया था, समुद्र लांघा था, और लक्ष्मण जी के प्राणों की रक्षा के लिए संजीवनी लेकर आए थे। यह सब उनकी भक्ति, शक्ति और प्रभु राम के प्रति निष्ठा का जीवंत प्रमाण है।
आखिरी अंतरे में उस प्रसंग को छूते हैं जब माता सीता ने माला दी थी और हनुमान जी ने उसमें राम-नाम न पाकर उसे तोड़ दिया था, यह भाव बताता है कि उनके लिए हर वस्तु में राम का नाम होना अनिवार्य है। यही समर्पण उन्हें भक्तों के दिलों में बसने वाला बना देता है।
यह भजन हनुमान जी की महिमा का गान है, जो हर श्रद्धालु को राम भक्ति में डूबने की प्रेरणा देता है। Lucky Shukla जी की लेखनी भावनाओं को न केवल अभिव्यक्त करती है, बल्कि श्रोताओं के हृदय को राम नाम में डुबो देती है।