मेरे गिरधर तेरा सहारा है
मेरे गिरधर तू ही सहारा है,
मेरी नैय्या का तू किनारा है,
मेरी आँखों में तू मेरे ख्वाबो में तू,
मेरे दिल की धड़कन में है तू ही तू,
दीवाने तेरे प्यार में बड़ा ही बुरा हाल है,
ना होश ना ख्याल है,
मेरी नैय्या का तु किनारा है.....
दीदार तेरा करा दे मुझे, मेरे सांवरे बता दे मुझे
कहीं ना अब करार है, कहीं ना अब सकून है
मिलेगा मुझे सांवरा, मुझे तो ऐतबार है
मेरी नैय्या का तु किनारा है.......
मेरे ख्वाबो में तू, मेरी साँसों में तू,
मेरे दिल की धड़कन में बस तू ही तू,
दीवाना तेरे प्यार में बड़ा ही बुरा हाल है,
खड़ा हूँ तेरे द्वार पे ना होश है ना ख्याल है,
मेरी नैय्या का तु किनारा है........
मेरी आखो मे जले तेरे ख्वाबो के दिये,
कितनी बेचेन हु मै श्याम से मिलने के लिये,
मेरे प्यारे कान्हा तु जो एकबार मिले,
चेन आ जाये मुझे जो तेरा दीदार मीले,
मसीहा मेरे दुआ दे मुझे, करु मे क्या बता दे मुझे,
दिवाने तेरी चाह मे बड़ा हि बुरा हाल है,
खड़ी हूँ तेरी राह मे ना होश ना ख्याल है,
मेरी नैय्या का तु किनारा है........
आई अरदास लेकर, मन मे विश्वास लेकर,
झोली भर दे तु मेरी, आई हु आस लेकर,
दिवाने तेरी चाह मे बड़ा हि बुरा हाल है,
खड़ी हूँ तेरी राह मे ना होश ना ख्याल है,
मेरी नैय्या का तु किनारा है........
श्रेणी : कृष्ण भजन
मेरे गिरधर तू ही सहारा है || FULL VIDEO BHAJAN - MUKUL DWIVEDI #trending #bhajan #2025 #instagram
“मेरे गिरधर तू ही सहारा है” – यह भजन एक सच्चे भक्त की उस आत्मीय पुकार को व्यक्त करता है, जिसमें वह अपने आराध्य श्रीकृष्ण को जीवन का आधार और सहारा मानता है। भक्त का विश्वास अटूट है कि उसकी नैया (जीवन) को पार लगाने वाला यदि कोई है तो वह केवल गिरधर गोपाल ही हैं।
भजन की पंक्तियों में प्रेम, समर्पण और व्याकुलता का अद्भुत संगम है। कहीं यह मन कहता है कि “मेरी आँखों, ख्वाबों और धड़कनों में बस तू ही है” तो कहीं यह पुकार करता है कि “मेरे सांवरे मुझे तेरा दीदार करा दे।” हर शब्द में श्याम से मिलने की बेचैनी और प्रेम की गहराई झलकती है।
यह भजन हमें यह सिखाता है कि जब जीवन की नैया डगमगाने लगे और चारों ओर अंधकार छा जाए, तो हमें केवल अपने गिरधर पर विश्वास रखना चाहिए। वही सच्चे साथी, सच्चे मसीहा और सच्चे सहारे हैं।