प्यार से मैया तेरी आरती गाऊं
( माता - रानी - की - आरती )
प्यार से मैया तेरी आरती गाऊं,
आरती गाउ मैया तुमको मनाऊं,
जय भवानी मेरी मां जगदंबे,
नमो नमो मां दुर्गे अंम्बे,
फूलों की माला मां तुम को चढ़ाऊं,
प्यार से मैया तेरी आरती गाऊं....
महिषासुर को पकड़ है धारे,
चंड - मुंड मां तुम ही संघारे,
चरणों में मैया शीश झुकाऊ,
प्यार से मैया तेरी आरती गाऊं....
सोने का तेरे छत्र विराजे,
भक्तों को मैया पल में उबारे,
श्रीफल मैया तुमको चढ़ाऊं,
प्यार से मैया तेरी आरती गाऊं....
विनती सुन लो शेरों वाली,
कृपा कर दो माँ मेहरो वाली,
लकी को लेकर तेरे दर पे जाऊं,
प्यार से मैया तेरी आरती गाऊं....
Lyrics - lucky Shukla
श्रेणी : दुर्गा भजन
यह भजन “प्यार से मैया तेरी आरती गाऊं” माँ दुर्गा की महिमा और भक्त की सच्ची श्रद्धा का सुंदर वर्णन करता है। इस आरती में भक्त माता रानी के चरणों में गहरी भक्ति भाव से नतमस्तक होकर, प्रेमपूर्वक आरती गाने और उन्हें प्रसन्न करने की प्रार्थना करता है। इसमें माँ भवानी को महिषासुर मर्दिनी, चंड-मुंड संहारिणी और शेरों वाली के रूप में स्मरण किया गया है। भजन में माँ की दिव्यता का चित्रण किया गया है—सोने के छत्र से सजी हुई, फूलों और श्रीफल की भेंट स्वीकार करने वाली, और अपने भक्तों का पल में उद्धार करने वाली।
इस आरती को लकी शुक्ला जी ने लिखा है और यह दुर्गा भजन की श्रेणी में आती है। इसके शब्द सीधे हृदय को छूते हैं और माता रानी के भव्य स्वरूप के साथ-साथ भक्त के समर्पण की भावना को प्रकट करते हैं। यह भजन माँ दुर्गा की आराधना और उनकी कृपा की कामना का अद्भुत संगम है, जिसे सुनकर या गाकर हर भक्त का मन भक्ति-रस से भर जाता है।