आजा रे ओ मेरे मोहन आजा लोट के वापस आजा रे
आजा रे - आजा रे ओ मेरे मोहन आजा,
लोट के वापस आजा रे,
ओ मोहन - मोहन
तेरी राधा नीर बहाए, तुझको पास बुलाए,
जब से मोहन छोड़ गया तू, आंसू रोक न पाए,
आजा रे - आजा रे ओ मेरे मोहन आजा,
लोट के वापस आजा रे,
ओ मोहन - मोहन
बृज की तुझको रज पुकारे, गोपियों का माखन,
तेरी सखिया तुझको पुकारे, आजा मेरे मोहन,
आजा रे - आजा रे ओ मेरे मोहन आजा,
लोट के वापस आजा रे,
ओ मोहन - मोहन
गोकुल तेरा सुना पड़ा हैं, याद में तेरी मोहन,
जैसे कोई छीन गया हो, उससे उसका बचपन,
आजा रे - आजा रे ओ मेरे मोहन आजा,
लोट के वापस आजा रे,
ओ मोहन - मोहन
मैया बुलाये तुझको कन्हैया, लल्ला मेरे आ रे,
माँ की लोरी, माँ का पलना, कान्हा तुझको पुकारे,
आजा रे - आजा रे ओ मेरे मोहन आजा,
लोट के वापस आजा रे,
ओ मोहन - मोहन
Lyrics - Jay Prakash Verma, Indore
Voice - Jay Prakash Verma, & Priya Verma, Indore
श्रेणी : कृष्ण भजन
आजा रे ओ मेरे मोहन आजा लोट के वापस आजा रे ।। #krishna #krishnabhajan #radha #latestkrishnabhajan
यह भजन “आजा रे ओ मेरे मोहन आजा” भगवान श्रीकृष्ण के विरह और प्रेम की गहराई को अत्यंत भावुक रूप में प्रस्तुत करता है। इस भजन में राधा रानी अपने प्रिय मोहन को आँसुओं के साथ पुकारती हैं, वहीं ब्रज की रज, गोपियाँ, सखियाँ, गोकुल और माता यशोदा भी कान्हा के बिना सूने पड़े संसार का दर्द व्यक्त करते हैं। हर पंक्ति में कृष्ण के बाल स्वरूप, माखन चोरी की लीलाएँ और माँ की ममता की पुकार साफ झलकती है, जो सीधे भक्त के हृदय को छू जाती है। इस सुंदर भजन के गीतकार जय प्रकाश वर्मा (इंदौर) हैं और इसे अपनी मधुर आवाज़ में जय प्रकाश वर्मा एवं प्रिया वर्मा (इंदौर) ने गाया है। यह भजन केवल एक रचना नहीं, बल्कि हर उस भक्त की भावना है जो मोहन को अपने हृदय से वापस बुलाना चाहता है और मानता है कि सच्ची पुकार पर कान्हा अवश्य लौटकर आते हैं 🙏🦚
Radhe Radhe , Harshit Ji ,
ReplyDeleteRadhe Radhe ji
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