मुरलीवाला साथ हैं तो ड़र काहे का
भजन की तर्ज - जनम जनम का साथ हैं
मुरलीवाला साथ हैं, तो ड़र काहे का,
सर पर उसका हाथ हैं, तो ड़र काहे का,
वृन्दावन की इस नगरी में, मिल गया साथ तुम्हारा,
बिहारी जी के मंदिर, फिर से हम जाए,
कान्हा जी के दर्शन, फिर से कर आए,
उनके दर्शन हो जाए तो हो उद्धार हमारा,
मुरलीवाला साथ हैं, तो ड़र काहे का,
सर पर उसका हाथ हैं, तो ड़र काहे का,
जब भी ये तन त्यागु, त्यागु वृन्दावन में,
फिर जो जनम पाऊ, पाऊ वृन्दावन में,
अब तेरा वृन्दावन ही, मेंरा हे सहारा,
मुरलीवाला साथ हैं, तो ड़र काहे का,
सर पर उसका हाथ हैं, तो ड़र काहे का,
जय हो कृष्ण कन्हैया, जय हो बाँके बिहारी,
सारे जग से प्यारी, भक्ति ये तुम्हारी,
तेरी भक्ति से ही मेंने, जीवन ये सुधारा,
मुरलीवाला साथ हैं, तो ड़र काहे का,
सर पर उसका हाथ हैं, तो ड़र काहे का,
Lyrics - Jay Prakash Verma, Indore
Voice - Jay Prakash & Priya Verma, Indore
श्रेणी : कृष्ण भजन
मुरलीवाला साथ हैं तो ड़र काहे का, #latestkrishnabhajan2022 #shyam #shyambhajan2022 #khatushyam
यह कृष्ण भजन पूर्ण विश्वास, निर्भयता और श्रीकृष्ण के सान्निध्य की अनुभूति को अत्यंत मधुर भाव में प्रस्तुत करता है। इस भजन के गीतकार जय प्रकाश वर्मा, इंदौर हैं तथा इसे जय प्रकाश वर्मा और प्रिया वर्मा ने भावपूर्ण स्वर में गाया है। भजन का मूल भाव यही है कि जब मुरलीवाले श्रीकृष्ण का साथ हो और उनका आशीर्वाद सिर पर हो, तब जीवन में किसी भी भय या संकट का कोई स्थान नहीं रहता। वृन्दावन, बाँके बिहारी और कन्हैया के दर्शन को जीवन का सबसे बड़ा सहारा मानते हुए, भक्त जन्म-जन्मांतर तक उन्हीं की शरण में रहने की कामना करता है। यह भजन श्रोता के मन में साहस, शांति और गहरी कृष्ण-भक्ति का भाव जाग्रत करता है तथा यह संदेश देता है कि सच्ची भक्ति से ही जीवन का उद्धार संभव है।
Harshit Ji,
ReplyDeleteRadhe Radhe