राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने,
अरे प्रेम पट खोलो चलो जी बरसाने,
ऊँची ऊँची सीढ़ियां महल अति सुन्दर,
घणो मन भावे किशोरी जी को मंदिर,
प्रेम रस घोलो चलो जी बरसाने,
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने,
कुंड में नहाई के लगाओ परिकम्मा,
राधा जी के महलों के ऊँचे ऊँचे खम्बा,
इत उत डोलो चलो जी बरसाने,
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने,
संकरी गली में मिलेंगी राधा प्यारी,
लेकर के मटकी मिलेंगी गोपी सारी,
तुलसी दल पे बोलो चलो जी बरसाने,
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने,
राधा कृपा से मिलेंगे बिहारी,
भक्तों तुम्हारी बनेगी बिगड़ी सारी,
किशोरी नाम बोलो चलो जी बरसाने,
राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने
श्रेणी : कृष्ण भजन
Radhe Radhe Bolo | राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने | Shri Radha Rani Beaurtiful Bhajan | Kamlesh Meena
"राधे राधे बोलो चलो जी बरसाने" यह भजन प्रेम, भक्ति और आध्यात्म से परिपूर्ण एक सुंदर रचना है, जो ब्रजभूमि की महिमा और श्री राधारानी के दिव्य धाम बरसाना की ओर भक्तों को खींच ले जाने वाला है। इस भजन में राधा नाम के जप और बरसाने की यात्रा का भावपूर्ण आह्वान किया गया है।
भजन की पंक्तियाँ सुनते ही मन में राधा रानी के पावन नगर बरसाना की छवि उभरने लगती है — ऊँची-ऊँची सीढ़ियाँ, भव्य महल, और मनमोहक मंदिर जो हर किसी के हृदय को भा जाते हैं। किशोरी जी के इस धाम में प्रेम की ऐसी बयार बहती है कि जो एक बार वहाँ जाता है, उसका हृदय प्रेम रस में भीग जाता है।
भजन में कुंड में स्नान, परिक्रमा, और राधा जी के महल के ऊँचे स्तंभों का भी भावुक वर्णन किया गया है, जो बरसाना की वास्तविकता को गहराई से दर्शाता है। संकरी गलियों में राधा रानी और गोपियों के दर्शन का जो अनुभव है, वह भक्तों को एक अलौकिक अनुभूति से भर देता है।
साथ ही, तुलसी दल पर 'चलो जी बरसाने' कहना, इस बात का प्रतीक है कि यह कोई साधारण यात्रा नहीं, बल्कि प्रेम, भक्ति और surrender की एक दिव्य यात्रा है। अंत में भजन बताता है कि राधा रानी की कृपा से ही श्री बिहारीजी (कृष्ण) के दर्शन और अनुग्रह मिलते हैं। उनकी कृपा से ही जीवन की बिगड़ी बनी जाती है।
यह भजन कमलेश मीणा जी द्वारा अत्यंत भावुकता और श्रद्धा के साथ प्रस्तुत किया गया है, जो इसे और भी मधुर व प्रभावशाली बनाता है। इस रचना के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि बरसाने की यात्रा मात्र एक धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि आत्मा और परमात्मा के मिलन की दिशा में एक पवित्र कदम है।