श्याम दीवाने हैं हम ये अभिमान से कहते हैं
जय श्री श्याम, जय श्री श्याम....x4
श्याम दीवाने हैं हम ये अभिमान से कहते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
मन ये बोले प्रेमियों से खाटू चला जा,
अपनी दिल की सारी बातें श्याम को सुना,
श्याम सदा भक्तों की बातें ध्यान से सुनते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
श्याम दीवाने हैं हम ये अभिमान से कहते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
चरण श्याम की जो पाए रहे शान से,
भाग्य जागते उसके जो श्याम ना ले,
श्याम सदा अपने भक्तों के अंग संग रहते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
श्याम दीवाने हैं हम ये अभिमान से कहते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
ग्यारस जन्मे वीर बर्बरीक पांडुपोल अवतार,,
भीमसेन के पुत्र लाडले घटोत्कच के लाल,,
याद में इनकी एकादश पर निशाने चढ़ते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
श्याम दीवाने हैं हम ये अभिमान से कहते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
सबसे प्रिय भोग श्याम को दूध गाय का,
खीर चूरमा मन को भाएं चश्रृंगार का,,
कहे हिमांशु सब प्रेमी भवसागर देते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
श्याम दीवाने हैं हम ये अभिमान से कहते हैं,
हर खुशी में, हर गम में श्री श्याम ही जपते हैं,
श्रेणी : खाटु श्याम भजन